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ऐतिहासिक धरोहर है हैदराबाद का गोलकुंडा किला

शिवानन्द द्विवेदी दक्षिण भारत के आंध्र क्षेत्र के चर्चित शहर हैदराबाद ने अपनी गोद में वहाँ के निजामो और शासकों का विशाल इतिहास सजों कर रखा है। अगर कोई हैदराबाद जाए तो उसे हैदराबाद के पश्चिमी क्षेत्र में स्थित गोलकोंडा किले का रुख जरुर करना चाहिए। अपनी बनावट एवं बसावट के साथ-साथ तमाम ऐतिहासिक तथ्यों

राष्ट्रवाद के खिलाफ बन रहा इस्लाम और वाम गठबंधन

गत दिनों काश्मीर की घाटी में हिजबुल के आतंकवादी बुरहान को भारतीय सेना के जवानों ने एक मुठभेड़ में ढेर कर दिया और साथ में इस्लामिक आतंकवाद की काली रात में टिमटिमाते तारे को भी लुप्त कर दिया है। इस आतंकी की मौत के बाद भी भारत ने वही मंजर देखा है जो पिछले कई सालों से देखता आरहा है।

वंदेमातरम् और मुस्लिम तुष्टिकरण की कांग्रेसी नीति

काफ़ी साल पहले कांग्रेस का एक अधिवेशन काकिनाडा में चल रहा था और मौलाना मुहम्मद अली वहां एक बैंड के बाजे-गाजे वाले जुलुस की सलामी लेते हुए शामिल हुए। जैसा कि उस दौर की कांग्रेसी रवायत थी, सत्र की शुरुआत वन्दे मातरम के गान से होनी थी। पंडित विष्णु दिगंबर पालुस्कर आगे आये और वंदेमातरम् गाने के लिए मंच की तरफ बढे।

अमर शहीद डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी

संजीव कुमार सिन्हा: एक देश में दो प्रधान, दो विधान, दो निशान – नहीं चलेंगे, नहीं चलेंगे” – यही वह नारा था, जिसकी खातिर भारतीय जनसंघ के अध्यक्ष डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने अपना प्राणोत्सर्ग कर दिया। भारत माता के भाल कश्मीर की रक्षा के संकल्प ने उन्हें बलिदान के पथ पर पुकारा।

आपातकाल के काले दौर का सबक

संसदीय मामलों के केंद्रीय राज्यमंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने एक सुझाव दिया है कि स्कूली पाठ्यक्रमों में आपातकाल पर एक पाठ होना चाहिए। इस सुझाव का उन सभी लोगों द्वारा स्वागत किया जाना चाहिए जिनकी हमारे संविधान और लोकतांत्रिक जीवन पद्धति में आस्था है।

कामयाब कूटनीति की झलक

संजय गुप्त  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चौथी अमेरिकी यात्रा कई मायने में ऐतिहासिक रही। इस यात्र को लंबे समय तक सिर्फ इसलिए ही याद नहीं रखा जाएगा कि उन्होंने अमेरिकी संसद में प्रभावशाली भाषण दिया, बल्कि इसलिए भी कि वह अमेरिका के साथ भारत के संबंधों को एक नई ऊंचाई तक ले गए। जिस अमेरिकी

हद पार करते हथियार दलाल

दिव्य कुमार सोती  भारत में रक्षा घोटाले कोई नई बात नहीं हैं। रक्षा सौदों में घोटाले का पहला मामला देश के स्वतंत्रता प्राप्त करने के एक वर्ष के भीतर ही सामने आ गया था। नेहरू सरकार के कार्यकाल में थल सेना के लिए जीप खरीदने के दौरान रक्षा खरीद के नियमों का उल्लंघन हुआ था।

दो साल का कामयाब सफ़र

हर्ष. वी पंत नरेंद्र मोदी की सरकार 26 मई को केंद्र की सत्ता में दो साल पूरे कर लेगी। यह सरकार आम चुनावों में सिर्फ एक नेता नरेंद्र मोदी के दम पर मई 2014 में भारी बहुमत से जीतकर सत्ता में आई थी। इसके दो साल के कार्यकाल को देखें तो सरकार में सिर्फ मोदी

फिर जंगलराज के साये में बिहार

उमेश चतुर्वेदी यह संयोग ही है कि छह मई को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दावा किया कि उनकी बहुचर्चित शराबबंदी योजना से राय में अपराध की घटनाओं में 27 फीसद की कमी आ गई, इसके ठीक दो दिन बाद उनके ही एक एमएलसी के बेटे ने महज रास्ता ना देने के चलते एक

जनता को मिले अच्छे दिन, इसलिए कांग्रेस के आये बुरे दिन

कांग्रेस-मुक्त भारत का नारा जो भाजपा द्वारा दिया गया, उस नारे को जनता का भी व्यापक समर्थन मिल रहा है। पांच राज्यों के चुनवा परिणामों ने कांग्रेस की कमर तोड़ दी है। कभी पूरे देश में शासन वाली कांग्रेस अब देश के महज सात फीसद आबादी वाले हिस्से पर सत्ता में है। इनमे भी कर्नाटक