नवोदित सक्तावत

प्रधानमंत्री मोदी के प्रति असभ्य भाषा कांग्रेस की कार्य-संस्कृति बन गई है

खड़गे ने मोदी के प्रति जिस अभद्र भाषा का प्रयोग किया वह किसी आवेश में नहीं निकली है। यह तो कांग्रेस की अप-संस्‍कृति ही है जिसके संवाहक खड़गे भी बने हुए हैं।

केजरीवाल की बौखलाहट बताती है कि जांच एजेंसियों ने सही जगह चोट की है!

सवाल यह उठता है कि जब केजरीवाल खुद को इतना पाक साफ मानते हैं तो वे बार-बार मीडिया को सफाई क्‍यों दे रहे हैं और बौखला क्‍यों रहे हैं।

देश में बाघों का बढ़ता कुनबा, जैव विविधता संपन्‍न देशों की अग्रिम पंक्ति में भारत

1980 में देश में 15 टाइगर रिजर्व थे। आज 54 टाइगर रिजर्व हैं। 2014 में 2,226 और 2018 में 2,967 बाघ थे। अब 2023 में यह संख्‍या 3 हजार पार हो गई है।

अंतरिक्ष बाजार में भी बढ़ रहा भारत का दबदबा

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने गत 15 फरवरी 2017 को कुल 104 उपग्रहों को पृथ्वी की कक्षा में स्थापित करके एक नया विश्व कीर्तिमान स्थापित किया था।

वीर बाल दिवस : अब देश लिख रहा है नया और सच्चा इतिहास

वीर बाल दिवस के आयोजन के दौरान प्रधानमंत्री ने इस बात पर विशेष ज़ोर दिया कि, अगर हमें भारत को भविष्य में सफलता के शिखरों तक लेकर जाना है, तो अतीत के संकुचित नजरियों से आजाद होना होगा।

आईएनएस विक्रांत : आत्मनिर्भर भारत की शक्ति और सामर्थ्य का प्रतीक

आईएनएस विक्रांत स्वदेशी सामर्थ्य, स्वदेशी संसाधन और स्वदेशी कौशल का प्रतीक है। खास बात यह है कि इसके एयरबेस में जो स्टील लगा है, वो स्टील भी स्वदेशी है।

मोदी सरकार के प्रयासों से हासिल हुआ 200 करोड़ टीकाकरण का लक्ष्य, विपक्ष की बोलती बंद

टीकाकरण की यह उपलब्धि सरकार की एक लंबी तैयारी और कड़ी मेहनत से हासिल हुई है। कोरोना महामारी की शुरुआत के तत्काल बाद ही इसके लिए टास्क फोर्स बना दी गई थी।

यूपी में होने जा रही ई-विधान की शुरुआत, विधानसभा के कामकाज में आएगी बेहतरी

21 मई को विधायकों को ई-विधान के उपयोग का प्रशिक्षण दिया जाएगा। नेशनल ई-विधान प्रोजेक्ट के तहत यह पूरा प्रोजेक्‍ट संचालित किया जा रहा है।

ममता के जंगलराज में जलता बंगाल

दुखद किन्तु सत्य यही है कि बंगाल में इन दिनों जंगलराज चल रहा है और ममता बनर्जी ने बंगाल को देश का सबसे बुरा राज्य में बनाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है।

चुनाव परिणामों ने साबित किया कि यूपी के लिए योगी ही हैं उपयोगी!

योगी आदित्यनाथ के कई ऐतिहासिक सुधारवादी कदम थे, जिन्होंने प्रदेश में मजबूत कानून व्यवस्था संदेश दिया। इसी सुशासन को यह जनादेश प्राप्त हुआ है।