डॉ सौरभ मालवीय

भारत की विराट सांस्कृतिक चेतना का उत्सव है ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ कार्यक्रम

‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ कार्यक्रम संपूर्ण देश की सांस्कृतिक विविधता को भारतीयता के सूत्र में जोड़कर एक विराट सांस्कृतिक चेतना के उत्सव का आयोजन है।

महिला सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्ध दिख रही मोदी सरकार !

आज हर क्षेत्र में महिलाएं आगे बढ़ रही हैं। कोई भी क्षेत्र ऐसा नहीं है, जहां महिलाओं ने अपनी उपस्थिति दर्ज न कराई हो। महिलाएं समाज की प्रथम इकाई परिवार का आधार स्तंभ है। एक महिला सशक्त होती है, तो वह दो परिवारों को सशक्त बनाती है। प्राचीन काल में भी महिलाएं शक्ति का उदाहरण थीं। वे ज्ञान का भंडार थीं। किन्तु, एक समय ऐसा आया कि महिलाओं को घर की चारदीवारी तक सीमित कर दिया गया।

प्रकृति, श्रद्धा और संगीत का पर्व है वसंत पंचमी

कालजयी रचनाकार रवींद्रनाथ टैगोर की उक्त पंक्तियां वसंत ऋतु के महत्व को दर्शाती हैं। प्राचीन काल से ही भारतीय संस्कृति में ऋतुओं का विशेष महत्व रहा है। इन ऋतुओं ने विभिन्न प्रकार से हमारे जीवन को प्रभावित किया है। ये हमारे जन-जीवन से गहरे से जुड़ी हुई हैं। इनका अपना धार्मिक और पौराणिक महत्व है। वसंत ऋतु का भी अपना ही महत्व है। भारत की संस्कृति प्रेममय रही है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण

युवा दिवस : स्वामी विवेकानंद से प्रेरणा लें देश के युवा

युवा शक्ति देश और समाज की रीढ़ होती है। युवा देश और समाज को नए शिखर पर ले जाते हैं। युवा देश का वर्तमान हैं, तो भूतकाल और भविष्य के सेतु भी हैं। युवा देश और समाज के जीवन मूल्यों के प्रतीक हैं। युवा गहन ऊर्जा और उच्च महत्वकांक्षाओं से भरे हुए होते हैं। उनकी आंखों में भविष्य के इंद्रधनुषी स्वप्न होते हैं। समाज को बेहतर बनाने और राष्ट्र के निर्माण में सर्वाधिक योगदान युवाओं का ही होता है।

अटल बिहार वाजपेयी : एक कवि-ह्रदय राजनेता

अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म 25 दिसंबर, 1924 को मध्य प्रदेश के ग्वालियर के शिंके का बाड़ा मुहल्ले में हुआ था। उनके पिता पंडित कृष्ण बिहारी वाजपेयी अध्यापन का कार्य करते थे और माता कृष्णा देवी घरेलू महिला थीं। अटलजी अपने माता-पिता की सातवीं संतान थे। उनसे बड़े तीन भाई और तीन बहनें थीं। अटलजी के बड़े भाइयों को अवध बिहारी वाजपेयी, सदा बिहारी वाजपेयी तथा प्रेम बिहारी वाजपेयी के नाम

अंधकार पर प्रकाश की विजय का प्रतीक-पर्व है दीपावली

इस प्रार्थना में अंधकार से प्रकाश की ओर जाने की कामना की गई है। दीपों का पावन पर्व दीपावली भी यही संदेश देता है। यह अंधकार पर प्रकाश की जीत का पर्व है। दीपावली का अर्थ है दीपों की श्रृंखला। दीपावली शब्द की उत्पत्ति संस्कृत के दो शब्दों ‘दीप’ एवं ‘आवली’ अर्थात ‘श्रृंखला’ के मिश्रण से हुई है। दीपावली का पर्व कार्तिक अमावस्या को मनाया जाता है। वास्तव में दीपावली एक दिवसीय पर्व नहीं है, अपितु यह