मोदी विरोध में भारत विरोध पर उतरे राहुल गांधी
आज जब दुनिया में भारत के वसुधैव कुटुम्बकम की गूंज है। ऐसे समय में राहुल विदेशी जमीन पर देश की प्रतिष्ठा के प्रतिकूल बयान दे रहे हैं।
इतिहास के कंधे पर बैठकर झूठ की राजनीति करना कब छोड़ेगी कांग्रेस ?
उचित होगा कि कांग्रेस अपनी वर्तमान दुर्दशा को विनम्रतापूर्वक स्वीकार करे तथा अपने अहंकारी चरित्र का त्याग करते हुए स्वयं में सुधार लाने का प्रयास करे।
वास्तविकता से कोसों दूर है वैश्विक भुखमरी सूचकांक
विश्व बैंक और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की हालिया रिपोर्ट भी वैश्विक भुखमरी सूचकांक पर सवाल खड़े कर रही हैं। पिछले दिनों विश्व बैंक के अध्यक्ष ने माना था..
मोदी राज में बेनकाब होते शहरी नक्सली
नरेंद्र मोदी की सरकार आने के बाद ऐसे संगठनों व व्यक्तियों की पहचान होने लगी है तथा इनके विदेशी चंदे स्रोतों को नियंत्रित करने के लिए जरूरी कदम उठाए गए हैं।
भाषाई मर्यादा से बेपरवाह विपक्ष
पहले भी राजनीति में पक्ष-विपक्ष के बीच आरोपों के दौर चलते थे, लेकिन भाषाई गरिमा का लोप नहीं होता था। नेता तंज़ करते थे, मगर किसीकी तौहीन नहीं की जाती थी।
कांग्रेस मुक्त हुई उत्तर प्रदेश विधान परिषद
यूपी जैसी स्थिति कांग्रेस कई और राज्यों में झेल रही है। कांग्रेस के कुशासन से त्रस्त होकर जिन-जिन राज्यों में क्षेत्रीय नेताओं ने अलग पार्टी बनाई वहां कांग्रेस सिमटती गई।
देश की साख से खेलते राहुल गांधी
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी कमाल के नेता हैं। वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार की आलोचना के फेर में किस तरह देश की साख से खेल बैठते हैं।
कश्मीरी पण्डितों की पीड़ा पर अट्टहास केजरीवाल की अमानवीय राजनीति को ही दर्शाता है
जो केजरीवाल जे एन यू में भारत तेरे टुकड़े होंगे जैसे नारे लगाने वालों का समर्थन करते है, उनसे भारत की जनता इससे अलग की अपेक्षा भी क्या कर सकती है!
ममता के जंगलराज में जलता बंगाल
दुखद किन्तु सत्य यही है कि बंगाल में इन दिनों जंगलराज चल रहा है और ममता बनर्जी ने बंगाल को देश का सबसे बुरा राज्य में बनाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है।
संगीन आरोपों और गिरफ़्तारी के बावजूद नवाब मलिक का इस्तीफा क्यों नहीं ले रहे उद्धव ठाकरे ?
सवाल ये है कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, मलिक की गिरफ्तारी के बावजूद उनसे इस्तीफा क्यों नहीं ले रहे? कहीं इन सबके पीछे अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद कोई प्रभाव तो नहीं जो उद्धव सरकार द्वारा मलिक से इस्तीफा तक नहीं मांगा जा रहा है ?