पॉलिटिकल कमेंटरी

मोदी सरकार ने बढ़ाई मंत्रियों की ताकत

अभय सिंह मोदी सरकार ने जनता तक जल्द से जल्द विकास के कार्यों को पहुंचाने की कड़ी में एक अहम फैसला लिया है। मोदी सरकार ने मंत्रिमंडल में विस्तार की चर्चा के बीच मंत्रियों को तेजी से काम करने के लिए प्रोत्साहित करने वाला फैसला लिया है। सरकार ने मंत्रियों को और स्वतंत्र करते हुए

जातिय समीकरण होंगे ध्वस्त, बीजेपी बनाएगी यूपी में सरकार

आदर्श तिवारी  उत्तर प्रदेश का चुनाव अगले साल होना है किंतु सभी दलों ने अभी से अपने सियासी बिसाद बिछाने शुरू कर दिए हैं, दरअसल देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश के चुनावी नतीजें समूचे देश की राजनीति पर असर डालते हैं। जिसके कारण सभी यूपी में अपनी स्थिति मजबूत करना चाहतें है। सपा

स्वास्थ्य लाभ तक सीमित नहीं है योग

पीयूष द्विवेदी हमारे पूर्वजों द्वारा हमारे लिए छोड़ी गई असंख्य और अमूल्य धरोहरों में से ही योग भी एक है। पूर्वजों से प्राप्त योग की इस अमूल्य परंपरा को वैश्विक स्वीकृति और प्रतिष्ठा दिलाने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा २७ सितम्बर, २०१४ को संयुक्त राष्ट्र महासभा में दिए अपने वक्तव्य में ‘अंतर्राष्ट्रीय योग

एनएसजी सदस्यता प्रकरण के आईने में

पीयूष द्विवेदी आख़िरकार भारत की परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह यानी एनएसजी की सदस्यता को लेकर लंबे समय से चल रही तमाम चर्चाओं और अटकलों का भारत को एनएसजी सदस्यता न मिलने के साथ ही दुखद अंत हुआ। हालाकि इससे भी अधिक दुखद तो ये है कि एक तरफ सियोल से भारत को एनएसजी सदस्यता न मिलने

मोदी के कूटनीतिक दांव में फंसे चीन और पाकिस्तान

अरविंद जयतिलक: अपने दो वर्ष के ऐतिहासिक कालखंड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत की विदेश नीति में बदलाव के एक नए युग की शुरुआत की है। उनकी सफल कूटनीति से अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जापान और रुस सरीखे ताकतवर देश भारत के करीब आए हैं वहीं चीन और पाकिस्तान की भारत विरोधी साझा रणनीति को करारा झटका लगा है।

फिर बेनकाब हुआ अलग तरह की राजनीति का पाखंड

आदर्श तिवारी दिल्ली में एक ऐसा मुख्यमंत्री बैठा है जो केवल अपने नाटकीय कार्यों  के लिए चर्चा में रहता है, एक नाटक खत्म नही हुआ कि दूसरा नाटक तैयार हो जाता है। जबसे दिल्ली के मुख्यमंत्री का पदभार केजरीवाल संभाले है, हर रोज कुछ न कुछ बवाल केंद्र सरकार पर बेजा आरोप लगा कर खड़ा

अपनों से भी हार रही कांग्रेस में बिखराव और हताशा का दौर

उमेश चतुर्वेदी: कांग्रेस मुक्त भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नारे की अनुगूंज और हालिया विधानसभा चुनाव नतीजों के बाद पस्त पड़ी देश की सबसे पुरानी पार्टी को लेकर तीन बड़ी हस्तियों के विचार इन दिनों अपनी ओर ध्यान आकर्षित कर रहे हैं।

इंदिरा का आपातकाल और सेक्युलरिज्म

शिवानन्द द्विवेदी जून महीने की 25 तारीख को भारतीय लोकतंत्र के काला दिवस के रूप में आज भी याद किया जाता है। यही वो तारीख है जब एक नए-नवेले लोकतंत्र को पारिवारिक तानाशाही की सियासत ने कलंकित किया था। 25 जून  को आधी रात में जब तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी देश में आपातकाल थोप रहीं

‘इमरजेंसी’ का दुःस्वप्न

राम बहादुर राय आज इमरजेंसी को याद करना उथल-पुथल की उस परिस्थिति में लौटने जैसा है। हर साल हम झांककर देखते हैं कि आखिर क्यों वैसा हुआ? लोकतंत्र का गला घोंटकर 26 जून,1975 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने इमरजेंसी लगा दी थी। तानाशाही थोप दी गई थी। 25 जून की आधी रात के बाद

डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की हत्या के अनसुलझे प्रश्न

डॉ कुलदीप चन्द्र अग्निहोत्री माधोपुर पंजाब में स्थित एक स्थान है जहां से जम्मू कश्मीर में प्रवेश करने पर डॉ मुखर्जी को 11 मई 1953 को शेख अब्दुल्ला ने हिरासत में ले लिया था। माधोपुर पंजाब का अंतिम छोर है और वहां से रावी नदी को पार करके जम्मू कश्मीर प्रांत प्रारंभ हो जाता है।