पॉलिटिकल कमेंटरी

श्यामा प्रसाद मुकर्जी: एक प्रखर राष्ट्रवादी

संजीव कुमार सिन्हा भारतीय जनसंघ के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. श्यामा प्रसाद मुकर्जी का विराट् व्यक्तित्व था। वे प्रखर विचारक, शिक्षाविद्, कुशल पार्लियामेंटेरियन, मानवतावादी और महान् बलिदानी थे। भारत की एकता और अखंडता को अक्षुण्ण रखने के लिए उन्होंने अपना प्राणोत्सर्ग कर दिया। 6 जुलाई 1901 को कलकत्ता में जनमे डॉ. श्यामा प्रसाद मुकर्जी के पिता श्री आशुतोष

नई तरह की विचित्र राजनीति

अभिनव प्रकाश संसदीय सचिवों की नियुक्ति को लेकर आम आदमी पार्टी एक बार फिर से विवादों में घिरी हुई हैं। दिल्ली सरकार द्वारा की गई नियुक्ति संविधान और लोकतंत्र की स्थापित परंपराओं की विपरीत हैं। इस प्रकार की दोहरे लाभ के पद की नियुक्तियों को पहले भी कई बार देश के विभिन्न हाई कोर्ट निरस्त

कालेधन को लेकर मनमोहन और मोदी सरकार में फर्क

डॉ.दिलीप अग्निहोत्री केन्द्र सरकार की सभी योजनाओं के देश पर दूरगामी परिणाम होंगे। यह सही हे कि इन सबके जमीन पर दिखाई देने में समय लग सकता है। फिर भी अनेक कदमों व सरकार की कार्यशैली ने असर दिखाना शुरू कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कार्यशैली ने सरकार के कार्यों में तेजी का

चैन से  सोइये क्योंकि ‘प्रभु’ जाग रहे हैं

महेंद्र अवधेश इन दिनों देश का एक बड़ा तबका सुरेश प्रभु का कायल है।  वजह एक हद तक वाजिब है। एक ट्वीट पर यदि कोई केंद्रीय मंत्री आपकी मदद के लिए अपने नुमाइंदे भेज दे तो आप नि:संदेह उसके मुरीद हो जाएंगे। यह सिर्फ कुछ लोगों को मदद पहुंचने का सवाल नहीं है, बल्कि यह

कैराना ही नहीं, दादरी भी कानून–व्यवस्था का ही मामला था जहाँपनाह !

उत्तर प्रदेश के कैराना इलाके से ख़ास समुदाय के लोगों के पलायन पर मीडिया में कई दिनों से तरह-तरह की रिपोर्टें आ रही हैं, लेकिन हमचुप रहे चुप इसलिए रहे कि देख लेते हैं मामला क्या है! ‘कौवा कान लेकर भागा’ जैसी स्थिति कम से कम समाज के सोचने-समझने वाले लोगों को पैदा नहीं करनी

कहाँ गई ‘आप’ की नैतिकता?

 लोकेंद्र सिंह दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के सर्वेसर्वा अरविन्द केजरीवाल अपने 21 विधायकों को लाभ का पद दिलाने के मामले में बुरी तरह फंस गए हैं। साफगोई से अपनी गलती स्वीकारने की जगह मुख्यमंत्री केजरीवाल हमेशा की तरह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर हमलावर हो गए। यही नहीं, इस बार तो उन्होंने हद

केजरीवाल के ईमानदारी की ढोंग-यात्रा

शैलेन्द्र कुमार शुक्ल  एक कहावत है कि जब रोम जल रहा था तब वहां का शासक नीरो एकांत में बैठकर बंशी बजा रहा था। कुछ ऐसी ही स्थिति दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की है। याद होगा जब समूचा देश अगस्ता वेस्टलैंड की सच्चाई जानना चाह रहा था तब केजरीवाल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की डिग्री

संवैधानिक पदों की मर्यादा तार-तार करते केजरीवाल

आदर्श तिवारी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को झटका देते हुए राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने संसदीय सचिव के पद को लाभ के पद के दायरे से बाहर रखने से संबंधित दिल्ली सरकार के विधेयक को नामंजूर कर दिया है । गौरतलब है कि इस विधेयक को राष्ट्रपति की मंजूरी न मिलने से आम आदमी पार्टी

कार्यकारिणी बैठक से बीजेपी को मिलेगी नई दिशा

आदर्श तिवारी यूपी के संगम नगरी इलाहाबाद में बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक का दूसरा दिन है। पहले दिन मिशन यूपी का शंखनाद किया गया, जिसमें यूपी चुनाव को लेकर पार्टी की क्या रणनीति होगी इसपर व्यापक विचार –विमर्श किया गया। पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि समय के साथ संगठन में बदलाव जरूरी

प्रधानमंत्री मोदी का शानदार भाषण

अवधेश कुमार अमेरिकी संसद में प्रधानमंत्री मोदी ने जो भाषण दिया उसे शानदार एवं प्रभावी मानना ही होगा। आप मोदी के विरोधी हों या समर्थक जिस ढंग से अमेरिकी संसद में उनके भाषणों पर तालियां बजीं, सांसदों ने बार-बार स्टैंडिंग ओवेशन दिया उसका अर्थ है वो अपना प्रभाव छोड़ने में सफल रहे हैं।मोदी ने अपने