प्रधानमंत्री

बदलावों का वाहक बनता ‘मन की बात’ कार्यक्रम

मन की बात अधिक से अधिक लोगों तक पहुंच सके, इसके लिए इसका अनुवाद अंग्रेजी को छोड़कर 22 भाषाओं, 29 बोलियों और 11 विदेशी भाषाओं में किया जाता है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृढ़ और दूरदर्शी नेतृत्व में प्रगति-पथ पर अग्रसर भारत

भारत को लंबे अरसे बाद मोदी के रूप में ऐसा नेतृत्व मिला है, जिसकी जनता में अद्भुत पकड़ है। उनकी मास अपील इतनी प्रभावी है कि उनके एक संदेश पर जनता संबंधित कार्य करने में जुट जाती है।

अपनी संवाद कला से लोगों का दिल जीत लेते हैं प्रधानमंत्री मोदी

प्रधानमंत्री मोदी बोलते हैं तो देश ही नहीं, दुनिया के कान उनके वक्तव्य पर टिके होते हैं। मोदी को चाहने वाले ही नहीं, उनके आलोचक भी अत्यंत ध्यानपूर्वक उन्हें सुनते हैं।

गीता प्रेस प्रकरण : एक बार फिर बेनकाब हुआ कांग्रेस का हिंदू विरोधी चेहरा!

गीता प्रेस गोरखपुर को 2021 का गांधी शांति पुरस्कार देने की घोषणा के साथ ही कांग्रेस का हिंदू धर्म विरोधी चेहरा एक बार फिर उजागर हो गया।

कृषि क्षेत्र में दूरगामी सुधारों को लागू करने में कामयाब रही मोदी सरकार

सरकार ने पिछले नौ वर्षों में कृषि क्षेत्र में दूरगामी सुधारों को लागू किया ताकि खेती फायदे का सौदा बने और गांवों में कृषि आधारित उद्योग-धंधों की शुरुआत हो।

नमो एप कियोस्क : राजनीति जब तकनीकी से मिलती है

भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारणी में नमो एप के 2 कियोस्क टचस्क्रीन से, फ्लिपबुक से, बुकमार्क से और क्यूआर कोड के साथ स्टिकर और किताबों के साथ सुसज्जित हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में वैश्विक महाशक्ति बनने की ओर अग्रसर भारत

मोदी के नेतृत्व में पिछले आठ वर्षों में भारत ने वो काम भी कर दिखाया जो पूर्ववर्ती सरकारों के लिए असंभव माना जाता था। आज वैश्विक मंच पर भारत की बढ़ती साख…

देश को लालटेन युग से बाहर निकालने में कामयाब रही मोदी सरकार

बिजली की खपत और आर्थिक विकास में सीधा संबंध पाया जाता है। जिन राज्यों में बिजली की खपत ज्‍यादा है वहां गरीबी आखिरी सांसे गिन रही है।

प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में लहरा रहा सांस्कृतिक राष्ट्रवाद का परचम

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देश में सांस्‍कृतिक राष्‍ट्रवाद रूपी अलख जगाने का ही नतीजा है कि भारतीय राजनीति की दिशा और दशा बदल गई।

‘वोकल फॉर लोकल’ से खुलेगी आत्मनिर्भरता की राह

प्रधानमंत्री मोदी ने दीपावली तथा उसके आगे के त्योहारों के लिए लोगों से स्थानीय उत्पादों की खरीदारी करके ‘वोकल फॉर लोकल’ को आगे बढ़ाने का आह्वान किया।