आर्थिक गतिविधियाँ

कोरोना के प्रभाव से उबरकर रफ़्तार पकड़ रही जीडीपी

कोरोना महामारी के कारण चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में जीडीपी दर प्रभावित हुई थी, लेकिन दूसरी तिमाही में निर्माण और विनिर्माण क्षेत्र में उम्मीद से ज्यादा बेहतरी आई है।

ये आंकड़े बताते हैं कि रफ़्तार पकड़ने लगी हैं आर्थिक गतिविधियाँ

अब धीरे-धीरे संकट के बादल छंट रहे हैं। आर्थिक गतिविधियों में तेजी आ रही है। कई क्षेत्रों में सुधार के संकेत साफ़-साफ़ दिख रहे हैं।

रिज़र्व बैंक द्वारा नीतिगत दरों में कटौती से आमजन को मिलेगी राहत

भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा 22 मई को रेपो दर में 40 बीपीएस की कटौती करने से बैंक से कर्ज लेने वाले ग्राहकों को राहत मिलने का अनुमान है।

अर्थव्यवस्था में भी दिखेगी दिवाली की चमक

दिवाली में लक्ष्मी की पूजा की जाती है। यह पूजा तभी सार्थक मानी जाती है, जब आपके पास लक्ष्मी हो, क्योंकि बिना पैसे के यह त्योहार मन को नहीं भाता है। हालाँकि, जिनके पास पैसे नहीं होते हैं वे भी लक्ष्मी की पूजा-अर्चना करके सुख और समृद्धि की कामना करते हैं। 

रिजर्व बैंक द्वारा नीतिगत दरों में कटौती से आर्थिक गतिविधियों में आएगी तेजी

मौद्रिक नीति समिति के 5 सदस्यों ने एकमत से रेपो दर में 0.25 प्रतिशत कटौती की सिफ़ारिश की, जिससे रेपो दर कम होकर 5.15 प्रतिशत हो गया। वर्ष 2019 में नीतिगत दर में लगातार पाँचवीं बार कटौती की गई है। मौद्रिक नीति समिति ने रिवर्स रेपो दर में भी 25 आधार अंकों की कटौती की है। इस कटौती से यह 5.15 प्रतिशत से घटकर 4.90 प्रतिशत हो गया है। नीतिगत दर में 25