चंद्रयान 3

वैश्विक अंतरिक्ष अर्थव्यवस्था में बढ़ती भारत की भागीदारी

अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में भारत की साख बढ़ाने का प्रमुख कारण यह है कि पिछले एक दशक में इस क्षेत्र में विकास के अनेक नए आयाम स्थापित किए गए हैं।

सूर्य मिशन : ‘रोज ही आकाश चढ़ते जा रहे हैं हम…!’

चंद्रयान-3 की सफलता के बाद अब भारत की नजरें सूर्य पर टिकी हैं। यह भारत का पहला सूर्य मिशन है, जिसके जरिए सौर वायुमंडल यानी क्रोमोस्फेयर…

भारतीय परंपरा में धर्म और विज्ञान के बीच विरोध नहीं, एकात्म भाव की प्रतिष्ठा है

आज इसरो प्रमुख यदि कह रहे कि विज्ञान के सिद्धांत वेदों से निकले हैं, तो इससे ही सिद्ध हो जाता है कि भारत में धर्म और विज्ञान के बीच कोई विरोध नहीं है।

चंद्रयान-3 की सफलता ने बढ़ाया भारत का मान, मगर इसपर भी ओछी राजनीति से बाज नहीं आ रहा विपक्ष

जैसे ही चंद्रयान ने चांद को छुआ, यहां धरती पर ऐतिहासिक जश्‍न शुरू हो गया। जिसने भी यह देखा वह खुद को ना रोक सका। ढोल बजाए गए, मिठाइयां बांटी गई…

14 जुलाई को इतिहास रचेगा भारत, इसरो का चंद्रयान-3 होगा प्रक्षेपित

आगामी 14 जुलाई को भारत एक नया इतिहास रचने जा रहा है। इस दिन भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन इसरो का महत्‍वाकांक्षी अभियान चंद्रयान 3 प्रक्षेपित किया जाएगा।

बुलंद हौसलों के साथ कई मिशनों को अंजाम देने की तैयारी में इसरो

चंद्रयान-2 के बाद अब चंद्रयान-3 के लिए कवायद शुरू हो गई है। नवंबर 2020 तक के लिए इसकी समय-सीमा तय हो चुकी है।इसरो के मिशन चंद्रयान-2 के साथ सब कुछ ठीक था। इसकी लॉन्चिंग से लेकर चंद्रमा की कक्षा में पहुंचने तक सारी गतिविधियां ठीक थीं लेकिन चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने के पहले ही इसका पृथ्‍वी से संपर्क टूट गया। बस यही अंतिम क्षण की आंशिक