भविष्य का भारत

संघ के प्रति कुप्रचारित भ्रमों को दूर करने का प्रयास

जब तमाम प्रकार की सच्ची-झूठी बातें किसी सामाजिक संगठन को लेकर फैलाई जा रही हों, तब ऐसी स्थिति में यह जरूरी हो जाता है कि वह संगठन अपना पक्ष व विचार देश के समक्ष रखे। आरएसएस जैसे विश्व के सबसे बड़े सांस्कृतिक संगठन के लिए तो यह और जरूरी हो जाता है, क्योंकि आज़ादी के पश्चात् ही संघ को लेकर तमाम प्रकार की भ्रांतियों और मिथकों को बड़े स्तर

मोहन भागवत ने संघ के विषय में जो बताया, संघ हमेशा से वैसा ही है!

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की भूमिका समाज में राजनीतिक विमर्श की दिशा तय करने में महत्वपूर्ण रही है। 2014 के लोकसभा चुनाव में संघ ने एक मार्गदर्शक की यथोचित भूमिका निभाई थी। गत दिनों संघ ने अपने मंच पर देश की अलग-अलग विचारधाराओं से सम्बंधित लोगों को आमंत्रित करके एक सन्देश देने की कोशिश की है कि राष्ट्र निर्माण में सभी जाति, समुदाय