मतुआ समुदाय

प्रधानमंत्री मोदी की बांग्लादेश यात्रा को चुनाव से जोड़ना अनुचित परिपाटी

यदि प्रधानमंत्री इस बांग्लादेश दौरे के दौरान भारतीय दृष्टिकोण से महत्त्वपूर्ण किसी धार्मिक केंद्र या श्रद्धास्थल पर गए हैं तो ऐसा पहली बार तो नहीं हुआ है? क्या वे 2015 में ढाकेश्वरी देवी के मंदिर नहीं गए थे? तब तो कोई चुनाव नहीं था?