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राजा महेंद्र प्रताप सिंह : इतिहास के एक गुमनाम नायक जिन्हें मोदी सरकार ने उचित सम्मान दिया है

राजा महेंद्र प्रताप सिंह के व्यक्तित्व के कई आयाम थे। वे स्वतंत्रता सेनानी, पत्रकार, लेखक, शिक्षाविद, क्रांतिकारी, समाजसुधारक और दानवीर भी थे।

देश में उच्‍च शिक्षा को बढ़ावा देने में कामयाब हो रही मोदी सरकार

सरकार देश में उच्‍च शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए नौ शहरों में उच्‍च शिक्षा के केंद्र बना रही है ताकि यहां विदेशी छात्र भारतीय संस्‍थानों की ओर आकर्षित हों।

नयी शिक्षा नीति से बदलेगी भारतीय शिक्षा जगत की तस्वीर

हम सभी छोटे-छोटे उद्देश्य तय कर उनको प्राप्त करते हैं। नई शिक्षा नीति में भी एक समयावधि के अन्दर छोटे-छोटे लक्ष्यों को प्राप्त करने की बात की गई है।  

हिंदी के विश्वविद्यालयी पाठ्यक्रम में बदलाव की जरूरत

सन् 1990 ई. में हिंदी में औपचारिक नामांकन हुआ. बी.ए, एम.ए, एम.फिल, पीएच. डी. फिर अध्यापन। समय बदला, देश का मिजाज बदला, पर हिंदी के विश्वविद्यालयी पाठ्यक्रम का स्वर नहीं बदला। वही प्रलेस, जलेस-मार्का कार्यकर्ता-अध्यापक लोग, वही पात्रों के वर्ग-चरित्र की व्याख्याएँ, वही द्वन्द्व खोजने की वृत्ति बनी रही। बदलने के नाम पर यौनिकता, लैंगिकता, स्त्री-देह और जातिवाद पर शोध करने को बढ़ावा देने की वृत्ति बढ़ी।

पाठ्यक्रमों पर गहराया लाल रंग न तो हिंदी के विद्यार्थियों के लिए अच्छा है, न ही समाज के लिए – प्रो चन्दन कुमार

साहित्य यूँ तो समाज का दर्पण कहा जाता है, लेकिन क्या हो जब यह दर्पण किसी ख़ास विचारधारा का मुखपत्र भर बन कर रह जाये ? क्या हो जब साहित्य के नाम पर विचारधारा का प्रचार किया जाने लगे। साहित्य की दुनिया में एक खास विचारधारा की तानाशाहियों पर खुलकर बातचीत की हिंदी-विभाग के प्रोफ़ेसर चन्दन कुमार से