Nationalist Desk

पाकिस्तान के खतरनाक खेल को समझना होगा

आर.पी सिंह  पाकिस्तान भारत को शिकस्त देने के लिए पांच तरह की रणनीति पर काम कर रहा है। एक, उसने भारत को धमकाने और सैन्य कार्रवाई से रोकने के लिए पर्याप्त मात्र में परमाणु बम इकट्ठे कर लिए हैं। दो, पाकिस्तान ने अपनी सेना को इतना संगठित कर लिया कि भारत के लिए उस पर

चीन को भारत का करारा जवाब

गौरी शंकर राजहंस अमेरिका के रक्षा मंत्री एस्टन कार्टर और भारत के रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने हाल में जो घोषणाएं कीं वे अत्यंत ही महत्वपूर्ण हैं। दोनों मंत्रियों ने इस बात का ऐलान किया कि दोनों देशों की सैन्य सुविधाओं को साझा करने के लिए ‘लॉजिस्टिक्स एक्सचेंज’ ‘मेमोरेंडम ऑफ एग्रीमेंट’ पर सैद्धांतिक रूप से

इशरत जहां मामले में बेनकाब हुई कांग्रेस

शिवानन्द द्विवेदी बहुचर्चित इशरत जहां मुठभेड़ मामले में एकबार फिर कांग्रेस का आला नेतृत्व फंसता नजर आ रहा है. थोड़ा अतीत में जाकर इस मामले को देखें तो वर्ष २००४ में आईबी से मिली जानकारी के आधार पर गुजरात पुलिस के क्राइम ब्रांच ने एक चार आतंकियों का एनकाउन्टर किया था, जिनमे से एक इशरत

AZADI BRIGADE AND ITS OPEN, COVERT, BACKERS

A Surya Prakash There may indeed be a case for a fresh look at Section 124A of the Indian Penal Code dealing with sedition, but one must not allow this academic debate on the validity of such a provision to cloud the core issue that is before us, namely, the shameful assault on our Constitution

जेएनयू बनाम एनआईटी- अभिव्यक्ति और असहिष्णुता के मापदंड

राजीव रंजन प्रसाद  लेखकीय जमात में मॉस्को से लेकर दिल्ली तक घनघोर शांति है। समाजसेवा की दुकानों में इस समय नया माल उतरा नहीं है। वो येल-तेल टाईप की चालीस-पचास युनिवर्सिटियां जिन्होंने जेएनयू देशद्रोह प्रकरण में नाटकीय हस्तक्षेप किये थे और कठिन अंग्रेजी में कठोर बयान जारी किये थे उनके अभी एकेडेमिक सेशन चल रहे

गांधी के सपनों को पूरा कर रहे मोदी

शिवानन्द द्विवेदी  गांधी का एक सपना था कि अपना भारत स्वच्छ हो। गांधी इस सपने को एक आन्दोलन के नजरिये से देखते थे। उनका मानना था कि सफाई का कार्य जनांदोलन की तरह चलना चाहिए। लेकिन दुर्भाग्य कहेंगे कि गांधी के सपनों समझने में देश ने सत्तर साल लगा दिए। सत्तर साल की बात कहने

मोदी सरकार में आये गाँव वालों के अच्छे दिन

शिवानन्द द्विवेदी  गत २९ फरवरी-२०१६ को पूरे देश की निगाहें सर्वोच्च पंचायत लोकसभा की तरफ थीं। भाजपा-नीत सरकार के वित्त मंत्री अरुण जेटली आम-बजट पेश कर रहे थे। बजट भाषण समाप्त होने के बाद एक प्रतिक्रिया तो लगभग सभी विश्लेषकों ने दी कि यह ‘गाँव-गिरान’ को समर्पित बजट है, यह गरीब-मजदूर और किसान को ध्यान

केन्द्रीय मंत्री ने चिकित्‍सा महाविद्यालय में उन्‍नयन की घोषणा की

केंद्रीय स्‍वास्‍थ्‍य एवं परिवार कल्‍याण मंत्री श्री जे.पी.नड्डा ने आज हिमाचल प्रदेश में नाहन जिला अस्‍पताल के एक चिकित्‍सा महाविद्यालय में उन्‍नयन की घोषणा की। स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री ने कहा कि यह 189 करोड़ रुपये की मंजूरी प्राप्‍त लागत से संस्‍थान ने 100 एमएमबीएस सीटों की वृद्धि करेगा। इस उन्‍नयन में अस्‍पताल शिक्षण ब्‍लॉक एवं आवासीय

भाजपा का विस्तार एवं सन्गठन

जिस संघ को कांग्रेस ने अपने खिलाफ उठे जनाक्रोश को भटकाने के लिए फासीवादी कहा था उसी संघ के एक शिविर में जेपी 1959 में जा चुके थे. उन्होंने संघ को कभी अछूत नहीं माना. आपातकाल के बाद जब जेपी जेल से छूटे तो उन्होंने मुंबई में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा था,

भाजपा शासन में बेहतर हुआ

जिस संघ को कांग्रेस ने अपने खिलाफ उठे जनाक्रोश को भटकाने के लिए फासीवादी कहा था उसी संघ के एक शिविर में जेपी 1959 में जा चुके थे. उन्होंने संघ को कभी अछूत नहीं माना. आपातकाल के बाद जब जेपी जेल से छूटे तो उन्होंने मुंबई में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा था,