शलभ मणि त्रिपाठी

‘भारत के मजदूरों और किसानों के खून-पसीने से बना है ताजमहल’

जो पांच बार के सांसद रहे हैं; हिंदुत्व और राष्ट्रवाद पर खुल कर बोलते रहे हैं; विरोधी उनके जिस तेवर पर निशाना साधते हैं, समर्थक उनके उसी तेवर के दीवाने हैं; वे गुरूवार को जब बतौर मुख्यमंत्री ताजमहल देखने पहुंचे तब देश और दुनिया भर की मीडिया की नजर उनके हर एक अंदाज पर थीं। इसलिए, क्योंकि मुख्यमंत्री बनने के बाद वे पहली बार ताजमहल देखने गए, इसलिए भी क्योंकि मुख्यमंत्री बनने से पहले भी वे कभी

योगीराज में गोली का जवाब गोली से दे रही है यूपी पुलिस !

बीते रविवार की शाम जब हम और आप दीपावली के बाद की थकान मिटा रहे थे, तब यूपी के मुजफ्फरनगर में पुलिस एक अहम आपरेशन में जूझ रही थी। ये आपरेशन था यूपी के कुख्यात इनामी बदमाश फुरकान की घेराबंदी का। बकौल पुलिस, चारों तरफ से घिरे बदमाश ने पुलिस पर गोलियां दागीं, जवाब में पुलिस ने भी गोली चलाई। फुरकान मौके पर ही मारा गया। इस एनकाउंटर में पुलिस के जवान भी जख्मी हुए। मारे गए

प्रेस क्लब में गौरी लंकेश की हत्या पर शोक जताने की नहीं, मोदी विरोध की सभा थी !

हत्या एक जघन्य अपराध है, इसका कड़ा विरोध होना चाहिए; फिर वो चाहे कोई हो, किसी भी विचारधारा का हो, आपसे सहमत हो, ना हो और आपका धुर विरोधी ही क्यूं ना हो। पर, कर्नाटक की राजधानी बंगलुरू में खौफनाक ढंग से हुई गौरी लंकेश की हत्या के बाद जिस अंदाज में राजधानी दिल्ली से लेकर देश भर में एक माहौल बनाने की कोशिश की गई, उससे एक बार फिर असहिष्णुता का मुद्दा बनाकर अवार्ड वापसी

डॉ कलाम के जीवन से जुड़े वो किस्से जो कट्टरपंथियों की आँखें खोल देंगे !

पिछले दिनों रामेश्वरम में भारत रत्न और हमारे पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की याद में बनाए गए स्मारक में डॉ. कलाम की प्रतिमा में लगी वीणा और वहां रखी गीता को लेकर कुछ लोगों ने सवाल उठाए। अच्छी बात ये है कि समाज का बड़ा तबका ऐसी मानसिकता वाले लोगों के सवालों के साथ खड़ा नहीं हुआ। पर ऐसे में जबकि कुछ लोग डॉ. कलाम जैसी शख्सियत को भी जाति और धर्म के दायरे में कैद करने की

यूपी प्रवास : भाजपा को अजेय बनाने की तपस्या में जुटे अमित शाह

सोनू यादव, यूपी तो छोड़िए, लखनऊ के उस इलाके के लिए भी ये नाम अनजान ही था जहां ये रहते हैं, और तो और भारतीय जनता पार्टी में काम करने वाले ज्यादातर लोग भी शायद ही इस नाम से परिचित थे, पर अब सोनू यादव का नाम मीडिया से लेकर सियासत के गलियारों तक में चर्चा की वजह है। लोगों में उनके साथ सेल्फी लेने की होड़ है। दरअसल वे भारतीय जनता पार्टी में लखनऊ के एक छोटे से इलाके जुगौली के बूथ

सत्ता की सियासत में गठबंधनों पर भारी दिलों की दीवारें

बिहार में चल रहे सियासी उठा-पटक के बीच जो लोग टेलीविजन से चिपके हुए थे, उन्होंने एक दिलचस्प नजारा देखा – महज 60 मिनट के भीतर ही रिश्तों और मर्यादाओं की सीमाएं टूटने का। कुछ देर पहले तक जो लालू यादव नीतीश कुमार को छोटा भाई बताते हुए गठबंधन को अटूट बता रहे थे, वही लालू बदले हुए तेवर में नीतीश को मौकापरस्त और हत्यारोपी तक साबित करने में जुटे हुए थे। उनके बेटे और बिहार के पूर्व

कड़े फैसलों से यूपी को पटरी पर लाने की कवायदों में जुटी योगी सरकार

यूपी की योगी आदित्यनाथ की सरकार को करीब चार महीने पूरे हो गए हैं। किसी सरकार की समीक्षा के लिए यूं तो चार महीने का समय पर्याप्त नहीं होता लेकिन इन चार महीनों में ही सरकार ने अपने अंदाज से आगाज का एहसास करा दिया है। ये बता दिया है कि उत्तर प्रदेश में अब वो नहीं चलेगा जो पिछले चौदह पंद्रह सालों से यहां होता आ रहा था। जाहिर है, डेढ़ दशक का वक्त काफी होता है और डेढ़ दशकों में ना सिर्फ उत्तर