कामकाज

सांसद आदर्श ग्राम योजना से ग्रामीण स्तर पर हो रहे व्यापक बदलाव

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू सांसद आदर्श ग्राम योजना को लेकर सरकार की तरफ से काफी जोर-शोर से पहल की गई है। प्रधानमंत्री स्वयं इस सम्बन्ध में अक्सर सांसदों से अपील करते रहे हैं। इस योजना को लेकर सरकार की इन प्रतिबद्धताओं का जमीनी स्तर पर भी काफी असर देखने को मिल रहा है। इस योजना द्वारा ग्रामीण स्तर पर आ रहे बदलावों को इन उदाहरणों के जरिये समझा जा सकता है।

सांसद आदर्श ग्राम योजना : ग्रामीण विकास की दिशा में एक सार्थक पहल

दिनांक 11 अक्टूबर 2014 को मोदी जी ने सांसद आदर्श ग्राम योजना की शुरुआत की थी। इस योजना का मकसद वर्ष 2016 तक प्रत्येक संसदीय क्षेत्र में एक आदर्श ग्राम की स्थापना एवं वर्ष 2019 तक इन आदर्श ग्रामों की संख्या बढ़ाते हुए तीन तक करने की है। फिर इन पांच वर्षों में इस क्षेत्र में हुए क्षमता विकास की मदद से आगामी पांच वर्षों में यानी की 2024 तक पांच और गाँव को आदर्श ग्राम की तरह विकसित

सरकार की कौशल विकास नीतियों से ख़त्म हो रहा बेरोजगारी का संकट

प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (पीएमकेवीवाई) को लागू किये 31 मार्च 2016 को दो वर्ष पूरा हो गया। एनडीए सरकार के सत्ता में आने के बाद शुरू की गई नयी नीतियों में यह एक महत्वपूर्ण नीति है। देश में युवाओं के कौशल विकास के लिए यह नीति तैयार की गई है ताकि पूरे देश में सभी तरह के कौशल प्रशिक्षण के प्रयासों में निरंतरता, सामंजस्य और समन्वय स्थापित किया जा सके। इस नीति के लागू करने का

नमामि गंगे : निर्मल और अविरल गंगा के लिए भागीरथ प्रयास

प्रत्येक नदी अपने आप में सभ्यता का प्रतीक मानी जाती हैं और गंगा तो हजारों साल पुराने इस देश की न सिर्फ सभ्यता है, बल्कि जीवन रेखा है, वह भी अटूट श्रद्धा लिए हुए। इसका उल्लेख दो हजार साल पहले यूनानी राजदूत मैगस्थनीज ने अपनी किताब “इंडिका” में भी किया। सनातन धर्म के शास्त्र-पुराणों में यहां तक जिक्र है कि कलियुग में गंगा ही पापनाशिनी और मोक्ष प्रदायिनी है। ऋग्वेद, महाभारत, रामायण व

मुद्रा योजना : छोटे उद्यमियों के आए अच्छे दिन

पिछले साल अर्थात वर्ष 2015 में 8 अप्रैल को प्रधानमंत्री मुद्रा बैंक नाम से प्रारम्भ की गई योजना नए उद्यमियों के लिए लाइफलाइन के तौर पर साबित हो रही है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी की यह एक महत्वाकांक्षी योजना है जिसका लक्ष्य भारत के छोटे उद्यमियों की सहायता करना है। यह योजना भारतीय अर्थव्‍यवस्‍था के विकास और समृद्धि में सहायक बनने का सबसे बड़ा माध्‍यम बन कर उभर रही है।

मोदी सरकार के कदमों से लगा काले धन के प्रवाह पर अंकुश

लोकसभा चुनाव के दौरान ही नरेंद्र मोदी ने स्पष्ट किया था कि सरकार बनने के बाद काला धन रखने वालों को बख्शा नहीं जायेगा, जैसे ही सरकार का गठन हुआ मोदी सरकार ने काला धन के मालिकों पर कार्रवाई शुरू कर दी जिसका असर अब व्यापक रूप से देखने को मिल रहा है। मोदी सरकार

सफलता की ओर स्वच्छ भारत अभियान, स्वच्छता के प्रति बढ़ रही जन-जागरूकता

2 अक्टूबर यानी गाँधी जयंती के दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजना “स्वच्छ भारत अभियान” ने अपनी सफलता के दो वर्ष पूरे कर लिए। जैसा कि हमें पता है कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने “स्वच्छ भारत” का सपना देखा था, जो अब तक अधूरा है, इसे पूरा करने के लिए प्रधानमंत्री ने इस योजना को शुरू किया था। गौरतलब है कि जबसे मोदी सरकार सत्ता में आई है, एक के बाद एक ऐसी योजनाओं का

मोदी सरकार की कोशिशों से सुधर रही खादी उद्योग की दशा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कई मौकों पर खादी फॉर नेशन, खादी फॉर फैशन का आह्वान करते रहते हैं। उनके मुताबिक यदि लोग अपने बजट का 5 फीसदी खादी पर खर्च करें तो हैंडलूम सेक्‍टर की बेरोजगारी दूर हो जाएगी। गौरतलब है कि 1920 के दशक में राष्‍ट्रपिता महात्‍मा गांधी ने गरीबी मिटाने और स्‍वावलंबन के लिए जिस चरखा-खादी की शुरूआत किया था वह जल्‍दी ही स्‍वाधीनता आंदोलन का सशक्‍त हथियार बन

मोदी सरकार की मुद्रा योजना से छोटे उद्यमियों के आएंगे अच्छे दिन!

देश के छोटे व्यापारियों के काम को बढ़ावा देने और उन्हें सक्षम बनाने के लिए केंद्र की मोदी सरकार की ओर से लगातार कदम उठाए जा रहे हैं। छोटे कारोबारियों के उद्योगों को बढ़ावा देने तथा बेरोजगारी की समस्या से निपटने के लिए सरकार ने विशेष रूप से मुद्रा योजना का शुभारंभ किया है। मोदी सरकार की इस योजना को छोटे व्यापारियों के नजरिए से एक क्रांतिकारी कदम माना जा रहा है। मोदी सरकार की

प्रधानमंत्री आवास योजना से ख़त्म होगी बेघरी की समस्या, होगा सबका अपना घर!

प्रधानमंत्री मोदी द्वारा चुनावी ऐजेंडे में जिन चीजों को शामिल किया गया था, शपथ के पहले दिन से उन सभी पर पूरी निष्ठा से काम किया जा रहा है। अच्छे दिनों का जो नारा मोदी ने देश को दिया था, वह उसे जमीन पर कर्यान्वित करने की दिशा में भी पूरी तरह से कार्यरत दिख रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने इस वर्ष की शुरुआत में कहा था कि उनका सपना है कि २०२२ तक देश में सबका अपना घर हो। इस दिशा में प्रधानमंत्री