मेक इन इंडिया की जोरदार धमक, चीन की सबसे बड़ी हाई स्पीड ट्रेन कंपनी बनाएगी भारत में रेल इंजन

यह वास्तविकता है कि वर्ष 2014 में मोदी सरकार द्वारा शुरू की गई मेक इन इंडिया योजना एक दूरगामी और क्रांतिकारी प्रभाव वाली योजना है। अतः इसका बड़ा लाभ आने वाले कुछ वर्षों में देश के सामने आएगा, लेकिन अभी इसके शुरुआत के लगभग दो वर्षों में ही इसका अच्छा-ख़ासा असर देखने को मिलने लगा है।

चीनी कंपनी का यह उपक्रम मेक इन इंडिया के असर की एक छोटी-सी शुरुआत भर है, धीरे-धीरे यह अभियान और असर दिखाएगा और भारत को दुनिया की विनिर्माण-धुरी बनाने की जो बात प्रधानमंत्री मोदी अक्सर कहते रहते हैं, उसकी दिशा में ये देश को सतत आगे ले जाएगा। यह एक क्रांतिकारी प्रभाव वाली योजना है, जिसका पूरा प्रभाव सामने आने में समय लगेगा। मगर, वो प्रभाव देश के लिए निश्चित तौर पर बड़े परिवर्तन का द्योतक सिद्ध होगा।

एशिया में भारत के प्रमुख प्रतिद्वंद्वी चीन जिसके साथ व्यापारिक असंतुलन हमेशा से भारत के लिए बड़ी चुनौती रहा है, की सबसे बड़ी हाई स्पीड ट्रेन कंपनी ने अब इस मेक इन इंडिया अभियान के तहत भारत में बुलेट ट्रेन के इंजन आदि बनाने का अनुबंध किया है। रोलिंग स्टॉक कारपोरेशन नामक चीन की यह सबसे बड़ी रेल उपकरण निर्माता कंपनी भारत में अब बुलेट ट्रेन से सम्बंधित आवश्यक उपकरण बनाएगी। 425 करोड़ रूपये के निवेश का यह उपक्रम हरियाणा के रेवाणी जिले के बावल में लगाया जाएगा, जिसमे चीनी कंपनी और पायोनियर इंडिया दोनों के शेयर होंगे।

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दरअसल यह चीनी कंपनी भारतीय बाजारों में तो 2007 से सक्रिय है, पर उसकी ये सक्रियता वैसी ही है कि चीन में उत्पाद तैयार करो और भारतीय बाजारों में उन्हें बेचकर मुनाफा कमाओ। मगर अब जब देश में ये कंपनी अपना उपक्रम स्थापित कर रही है तथा भविष्य में और भी उपक्रम स्थापित करने की बात कह रही है, ऐसे में उक्त स्थिति के बदलने की पूरी संभावना है।

स्थापित हो रहे उपक्रम में उत्पादित वस्तुएं कहीं बिकें उनपर मेक इन इंडिया ही अंकित होगा। इसके अलावा जो सबस महत्वपूर्ण बात है वो ये कि यह उपक्रम स्थापित होने से न केवल नई नौकरियाँ पैदा होंगी, बल्कि हाई स्पीड ट्रेन के उत्पादों से सम्बंधित तकनीक भी भारतीय इंजिनियरों को सीखने को मिलेगी, जो कि मेक इन इंडिया का एक प्रमुख उद्देश्य है। कुल मिलाकर कह सकते हैं कि ये मेक इन इंडिया के असर की एक छोटी-सी शुरुआत भर है, धीरे-धीरे यह अभियान और असर दिखाएगा और भारत को दुनिया की विनिर्माण-धुरी बनाने की जो बात प्रधानमंत्री मोदी अक्सर कहते रहे हैं, उसकी दिशा में ये देश को सतत आगे ले जाएगा। यह एक क्रांतिकारी प्रभाव वाली योजना है, जिसका पूरा प्रभाव सामने आने में समय लगेगा। मगर वो प्रभाव देश के लिए निश्चित तौर पर बड़े परिवर्तन का द्योतक सिद्ध होगा।

(लेखक स्वतंत्र टिप्पणीकार हैं। ये उनके निजी विचार हैं।)