बाल तस्करों की पीठ पर प्रहार है विमुद्रीकरण का फैसला: कैलाश सत्यार्थी

बालश्रम के खिलाफ लंबे समय से काम कर रहे नोबल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी ने नेशनलिस्ट ऑनलाइन से बात चीत के दौरान कई मुद्दों पर अपनी बात रखी। वे हाल में ही विश्व के नोबल विजेताओं का एक सम्मेलन 10 और 11 दिसंबर को भारत में करने जा रहे हैं। बच्चों के खिलाफ हो रही हिंसा से कैसे लड़ा जाय और उनके जीवन को कैसे भविष्य के लिहाज से सुरक्षित बनाया जाय, इस सम्मेलन में इन्हीं मुद्दों पर चर्चा की जानी है। इसके अलावा कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन फाउंडेशन द्वारा वन बिलियन फॉर वन बिलियन अभियान भी शुरू किया जा रहा है। कैलाश सत्यार्थी ने आगामी सम्मेलन और भारतीय दर्शन पर बातचीत करते हुए कहा कि भारत को विश्वगुरु बनाना है तो हमे करुणा का वैश्वीकरण करना होगा। उनके अनुसार यही भारतीय दर्शन भी कहता है। कैलाश सत्यार्थी  ने विमुद्रीकरण के मुद्दे पर भी उन्होंने अपनी बात रखी। पूरी चर्चा को यहां सुन सकते हैं: