महाकुम्भ

वृक्षारोपण महाकुम्भ : पर्यावरण संरक्षण की दिशा में योगी सरकार का बड़ा कदम

नदियों के तटवर्ती क्षेत्रों में व्यापक स्तर पर वृक्षारोपण और तालाब खुदवाए जाएंगे। सड़कों के दोनों किनारों पर वृक्षारोपण अभियान की व्यापक कार्य योजना बनाई गई है। इस अभियान में पीपल, नीम, इमली, जामुन, अर्जुन, पाकड़, सागौन, शीशम, बरगद आदि प्रजातियों के वृक्षों को प्रमुखता दी जाएगी। जो पौधे लगाए जाएंगे, उनकी पूरी देखभाल और सुरक्षा भी सुनिश्चित की जाएगी।

कुम्भ केवल लोकरंजन का महोत्सव ही नहीं, लोक-कल्याण का साधन भी है

संगमनगरी प्रयागराज में मकर संक्रांति से आरम्भ हो चुके आस्था के लोक महोत्सव यानी कुम्भ मेले  को लेकर देश भर के श्रद्धालुओं के बीच उत्साह और उल्लास का वातावरण एकदम प्रत्यक्ष है। दरअसल इस कुम्भ मेले में सिर्फ देश से ही नहीं वरन विदेशों से भी भारी संख्या में सैलानी आते हैं।

आखिर क्यों विशेष है इस बार का कुम्भ आयोजन?

प्रत्येक सरकार अपने स्तर से कुंभ मेले की तैयारियां करती है। लेकिन इस बार तैयारियों के साथ आस्था का भी समावेश हुआ है। योगी आदित्यनाथ के निर्देशन में चली तैयारियों में ऐसा होना भी था। योगी का दावा है कि पचास वर्षों में पहली बार तीर्थयात्रियों को इतना शुद्ध जल स्नान हेतु मिलेगा। पहली बार तीर्थयात्री पौराणिक अक्षयवट और सरस्वती कूप के दर्शन कर सकेंगे।