रांची

लोकमंथन : भारतीयता के गौरव की अनुभूति कराने वाला आयोजन

भारत में विचार विनिमय की अपनी एक समृद्ध संस्कृति रही है। ऋषि, मुनि तथा विचारक एक जगह एकत्रित होकर समाज की समस्याओं तथा उसके निवारण पर विमर्श करते थे। धीरे–धीरे इस परम्परा ने सामाजिक उत्थान की बजाय राजनीतिक उत्थान का रास्ता चुन लिया अर्थात हर विमर्श राजनीतिक दृष्टि से आयोजित होने लगे जिससे भारतीय समाज और संस्कृति को भारी नुकसान