लोकसभा

राष्ट्रपति के अभिभाषण का सन्देश

भारत के संविधान में संसदीय शासन व्यवस्था को स्वीकार किया गया है। इसमें राष्ट्रपति कार्यपालिका का संवैधानिक प्रमुख होता है। अनुच्छेद-52 के अनुसार कार्यपालिका की शक्तियां उसी में निहित रहती हैं। संविधान के अनुच्छेद-79 के अनुसार वह संसद का एक अंग होता है।

मैं भी चौकीदार: मोदी की सकारात्मक राजनीति का एक और उदाहरण

इस अभियान के बाद ‘चौकीदार चोर है’ का नारा उछालने वाले विपक्षियों को सांप सूंघ गया है। उन्हें समझ ही नहीं आ रहा कि इसका क्या जवाब दिया जाए। चौकीदार को चोर कहने पर अब एकसाथ असंख्य चौकीदार जवाब में उतर पड़ रहे हैं। दरअसल ये मोदी की राजनीति है, जो जितनी सकारात्मक भावना से ओतप्रोत है, विपक्ष को जवाब देने में उतनी ही प्रभावी भी है।

साक्षात्कार में दिखा लोकसभा चुनाव के लिए मोदी का आत्मविश्वास

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने साक्षात्कार में सत्ता और सियासत से संबंधित सभी ज्वलंत विषयों पर विचार व्यक्त किये हैं। इसमें उन्होंने अपनी उपलब्धियों और विपक्ष की नकारात्मक राजनीति पर विशेष जोर दिया है। इससे दो बातें उजागर हुई हैं। पहली यह कि वह उपलब्धियों के बल पर आम चुनाव में उतरने का मन बना चुके हैं। इसके अनुरूप उनका आत्मविश्वास भी दिखाई दिया।

लोकसभा में तीन तलाक पर कांग्रेस के रुख ने उसके मुस्लिम हितैषी होने के ढोंग की पोल खोल दी है!

गत 27 दिसंबर की तारीख देश के लिए ऐतिहासिक महत्‍व की रही। केंद्र सरकार ने तीन तलाक विधेयक को एकबार फिर लोकसभा में पारित करवा लिया। इसके साथ ही देश में मुस्लिम महिलाओं के लिए न्‍याय का एक अभिनव अध्‍याय रचने की दिशा में हम आगे बढ़ गए हैं। तीन तलाक कुप्रथा अब किसी से छुपी नहीं है। इस कुप्रथा के चलते दश में हर साल अनगिनत मुस्लिम महिलाओं का जीवन बरबाद हो जाता है।