Dr. Syama Prasad Mookerjee

डाॅ. श्यामा प्रसाद मुखर्जीः अखंड भारत के स्वप्न द्रष्टा

शैलेन्द्र कुमार शुक्ल जब भारत स्वतंत्र हुआ और देश के प्रथम प्रधानमंत्री नेहरू बने तब उनकी नीति राष्ट्र नवनिर्माण की थी, जिसका सीधा अर्थ पश्चिम का अंधानुकरण और भारतीयता को तिलांजली देना था। वे भारतीय संस्कृति को पश्चिम के पास गिरवी रख देना चाहते थे। इसके विपरीत डाॅ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी और उनके साथियों का

आज भी प्रासंगिक है डॉ. मुखर्जी की भारतीयता के प्रति सोच

नेशनलिस्ट ऑनलाइन डेस्क  5 जुलाई 2016 को डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी और नेहरू मेमोरियल पुस्तकालय एवं संग्रहालय के संयुक्त तत्वाधान में ‘डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जीः मेरे सपनों का भारत’ विषय पर व्याख्यान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के तौर पर एकात्म मानव दर्शन अनुसंधान एवं विकास अधिष्ठान के अध्यक्ष डा. महेश चंद्र शर्मा,