कुशीनगर एयरपोर्ट : दो माह में साकार होगा दो दशक पुराना सपना

दरअसल योगी सरकार के शासन में उत्तर प्रदेश ने शासन के प्रत्येक क्षेत्र में मिसाल कायम की है। चाहें बात विकास की हो या सुरक्षा की अथवा कोरोना की इस वैश्विक महामारी के काल में सभी चीजों के सुप्रबंधन की, हर मामले में योगी सरकार का कामकाज काबिले तारीफ़ रहा है।

कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठित नगरी है। यह भारत सहित करीब दो दर्जन देश के करोड़ों लोगों की आस्था का केंद्र है। केंद्र व उत्तर प्रदेश की वर्तमान सरकारें तीर्थाटन व पर्यटन पर विशेष ध्यान दे रही हैं। इसके अंतर्गत अनेक मार्गो का निर्माण प्रगति पर है। बौद्ध सर्किट निर्माण के साथ ही कुशीनगर में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का निर्माण कार्य भी तेजी से चल रहा है।

साभार : The Financial Express

बीते रविवार को एयरपोर्ट का निरीक्षण करने पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसके लिए प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त किया और कहा कि प्रधानमंत्री  ने बीस वर्षों से अधिक समय से चली आ रही मांग को स्वीकार करते हुए जनपद कुशीनगर में अन्तर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट निर्माण कराया है। आगामी दो माह के अन्दर इस हवाई अड्डे से अन्तर्राष्ट्रीय वायु सेवा का संचालन भी प्रारम्भ हो जाएगा।

बुद्धिस्ट सर्किट का केन्द्र बिन्दु कुशीनगर है। दुनिया से बड़ी संख्या में बौद्ध अनुयायी यहां आते हैं। दरअसल उत्तर प्रदेश बौद्ध सर्किट की दृष्टि से समृद्धशाली प्रदेश है। छह  प्रमुख स्थान उत्तर प्रदेश में भगवान बुद्ध की स्मृतियों के साथ जुड़े हुए हैं, जिसमें कुशीनगर उनकी महापरिनिर्वाण स्थली है।

सारनाथ में भगवान बुद्ध ने अपना पहला उपदेश दिया था। कपिलवस्तु उनकी राजधानी थी। श्रावस्ती में सर्वाधिक चतुर्मास भगवान बुद्ध ने व्यतीत किए थे। इसके अलावा, कौशाम्बी और संकिशा भी उत्तर प्रदेश में हैं।

ऐसे में अनेक देश कुशीनगर के साथ एयर कनेक्टिविटी चाहते थे, लेकिन एयरपोर्ट न होने के कारण यह संभव नहीं हो पाता था। परन्तु, आखिरकार केंद्र की मोदी सरकार और प्रदेश की योगी सरकार के प्रयासों से अब यह सपना भी पूरा होने जा रहा है। कुशीनगर अन्तर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट प्रदेश का चौथा एयरपोर्ट होगा।

सांकेतिक चित्र (साभार : Dainik Jagran)

वर्तमान में प्रदेश में दो अन्तर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट संचालित हैं। जेवर, गौतमबुद्धनगर में भी अन्तर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट निर्माणाधीन है। हवाई सेवाओं में कई गुना वृद्धि हुई है। प्रदेश की अनेक एयर स्ट्रिप को भारत सरकार के सहयोग से एयरपोर्ट में बदला जा रहा है।

बुद्धिस्ट सर्किट के साथ ही इण्टरनेशनल स्टडी के लिए गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय नोएडा, सिद्धार्थ विश्वविद्यालय, सिद्धार्थनगर को शैक्षिक भ्रमण की योजना भी  प्रगति पर है। योगी आदित्यनाथ ने बताया कि इस एयरपोर्ट तक फोरलेन सड़क की स्वीकृति प्रदान की जा चुकी है।

दरअसल योगी सरकार के शासन में उत्तर प्रदेश ने शासन के प्रत्येक क्षेत्र में मिसाल कायम की है। चाहें बात विकास की हो या सुरक्षा की अथवा कोरोना की इस वैश्विक महामारी के काल में सभी चीजों के सुप्रबंधन की, हर मामले में योगी सरकार का कामकाज काबिले तारीफ़ रहा है।

इस कोरोना के दौर में जब विश्व स्तर पर आर्थिक गतिविधियों के डांवाडोल होने को लेकर हाहाकार मचा हुआ है, तब यूपी सरकार के राजस्व में गत वर्ष के मुकाबले वृद्धि हुई है। प्रदेश के विकास को लेकर योगी सरकार पूर्णतः प्रतिबद्ध रही है। राज्य में इन्वेस्टर समिटों का आयोजन हो या आधारभूत ढाँचे के विकास को लेकर सक्रियता रही है।

कुशीनगर एयरपोर्ट का निर्माण कार्य जिस तीव्र गति से चल रहा, वो केंद्र सरकार और यूपी की योगी सरकार की विकास के प्रति प्रतिबद्धता को ही दर्शाता है। अगले दो महीनों में ये एयरपोर्ट शुरू हो जाएगा। इसके साथ ही तमाम लोगों का दो दशक से भी अधिक पुराना सपना साकार होकर उनके सामने होगा।

(लेखक हिन्दू पीजी कॉलेज में एसोसिएट प्रोफेसर हैं। स्वतंत्र टिप्पणीकार हैं। प्रस्तुत विचार उनके निजी हैं।)