डॉ दिलीप अग्निहोत्री

बाकियों ने केवल राजनीति की, बाबा साहब के विचारों पर अमल मोदी सरकार ने किया है!

बाबा साहब की प्रतिष्ठा में सर्वाधिक कार्य वर्तमान केंद्र सरकार ने किए हैं। इसमें उनके जीवन से संबंधित स्थलों का भव्य निर्माण भी शामिल है।

गणतंत्र दिवस: भारतीय संविधान में मौजूद राम-कृष्ण के चित्रों के बारे में कितना जानते हैं आप?

भारत की स्वतंत्रता और संविधान निर्माण को अलग करके नहीं देखा जा सकता। दोनों भारत के गौरवशाली अवसर हैं। इससे हम सबको प्रेरणा लेनी चाहिए। यह तो आप जानते हैं कि आज की तारीख को ही 1950 में भारतीय संविधान लागू हुआ था, लेकिन क्या आपको मालूम है कि मूल संविधान में अनेक चित्र थे। इनका निर्माण नन्दलाल बोस ने किया था। यह हमारे गौरवशाली अतीत की झलक देने वाले थे। गणतंत्र दिवस पर इनकी भी चर्चा होनी चाहिए।

मकर संक्रांति : भारतीय संस्कृति के समरस स्वरूप का महोत्सव

मकर संक्रांति भारत में विविध रूप से मनायी जाती है। इसमें भारतीय संस्कृति की विविधता झलकती है। लेकिन भाव भूमि समान है।

मोदी सरकार : जनकल्याण और विकास के बेमिसाल नौ वर्ष

आज सरकारी योजनाओं का पूरा लाभ सीधे लोगों के खातों में पहुंच रहा है। इस तरह के अनेक बदलावों की कहानी नरेंद्र मोदी के नौ सालों के कार्यकाल में लिखी गई है। 

बिहार में अपनी छवि गँवा चुके नीतीश किस आधार पर देश में विपक्षी एकता की संभावना तलाश रहे हैं ?

अब नीतीश देश में विपक्षी एकता की गुहार लगाते घूम रहे हैं। तेजस्वी के साथ वह दर-दर भटक रहे हैं। इनके राजनीतिक सपने तो हसीन हैं, लेकिन वास्तविकता से दूर हैं।

विश्वस्तरीय पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित हो रही अयोध्या

अयोध्या मास्टर प्लान में सभी विकास परियोजनाओं को शामिल किया गया है। इसमें पुरातत्व महत्व के मंदिरों और परिसरों का जीर्णोद्धार व सौंदर्यीकरण शामिल है।

राहुल की सजा पर कांग्रेस के कथित सत्याग्रह में लेशमात्र भी ‘सत्य’ नहीं दिखता!

पिछले कुछ महीनों की अवधि में कांग्रेस ने दो बार कथित सत्याग्रह किए हैं। लेकिन उसके साध्य और साधन दोनों में सत्य के तत्व नहीं हैं।

उत्तर प्रदेश को विकास की ऊंचाइयों पर ले जाने वाले रहे हैं योगी सरकार के छह साल

आज योगी सरकार उत्तर प्रदेश में पारदर्शिता, टीमवर्क, कार्यों के  विकेन्द्रीकरण की नीति और सकारात्मकता के साथ सभी के विकास के लिए कार्य कर रही है।

आधुनिक खगोल विज्ञान के लिए भी किसी चमत्कार से कम नहीं है भारतीय काल गणना

कालगणना में क्रमशः प्रहर, दिन-रात, पक्ष, अयन, संवत्सर, दिव्यवर्ष, मन्वन्तर, युग, कल्प और ब्रह्मा की गणना की जाती है। हमारे ऋषियों ने चक्रीय अवधारणा का सुंदर वर्णन किया।

मोदी विरोध में भारत विरोध पर उतरे राहुल गांधी

आज जब दुनिया में भारत के वसुधैव कुटुम्बकम की गूंज है। ऐसे समय में राहुल विदेशी जमीन पर देश की प्रतिष्ठा के प्रतिकूल बयान दे रहे हैं।