यूपी : उपलब्धियों के आधार पर आशीर्वाद की आकांक्षा

गौर करें तो योगी सरकार ने अपने अबतक के शासन में उत्तर प्रदेश में शानदार काम किया है और उनके पास बताने के लिए उपलब्धियों की लम्बी फेहरिश्त है। पहले उत्तर प्रदेश ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के मामले में देश में चौदहवें स्थान पर था, सरकार की नीतियों से आज दूसरे स्थान पर आ गया है।

भाजपा की कार्यपद्धति से अनजान लोग पिछले दिनों यूपी को लेकर तरह-तरह के कयास लगाते रहे, प्रत्येक बैठक व नेताओं की यात्रा पर कहानी गढ़ते रहे। दूसरी तरफ भाजपा उत्तर प्रदेश के लिए अपने चुनावी प्रबंधन को मजबूत बनाने में लगी हुई है। इसी क्रम के अनुरूप नई दिल्ली में भाजपा की एक महत्वपूर्ण बैठक हुई, जिसमें पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उत्तर प्रदेश के सांसद व अन्य नेता शामिल हुए।

इसमें तय हुआ कि उत्तर प्रदेश में ‘जन आशीर्वाद यात्रा’ निकाली जाएगी। जेपी नड्डा ने  सांसदों को मानसून सत्र के बाद अपने-अपने संसदीय क्षेत्र में जन आशीर्वाद यात्रा निकालने का निर्देश दिया। कहा कि इस यात्रा के दौरान संसदीय क्षेत्र का एक भी गांव नहीं छूटना चाहिए। यात्रा के दौरान सांसद खुली जीप में घूमें, टीकाकरण अभियान और कोरोना काल में शुरू की गई योजनाओं की एक एक गांव में निगरानी करें। यह पता करें कि जरूरतमंदों को योजना का लाभ मिल रहा है या नहीं।

सांसदों से कहा गया कि वह अपने संसदीय क्षेत्र से जुड़ी विधानसभा सीटों पर जीत सुनिश्चित करने का दायित्व संभालें। बैठक में एक अन्य महत्वपूर्ण बात कही गई। इसके अनुसार उत्तर प्रदेश में योगी और मोदी सरकार की उपलब्धियों का व्यापक प्रचार किया जाएगा। इसके साथ ही टीकाकरण अभियान और कोरोना काल में मोदी और राज्य सरकार की ओर से शुरू की गई योजनाओं की प्रगति का ध्यान रखा जाएगा।

जाहिर है कि पार्टी हाईकमान को योगी आदित्यनाथ सरकार की उपलब्धियों पर विश्वास है। उनका आकलन है कि इन उपलब्धियों के आधार पर उत्तर प्रदेश के मतदाता भाजपा को दुबारा आशीर्वाद देंगे। सरकार की उपलब्धियां अब चर्चा में हैं।

साभार : Dainik Jagran

गौर करें तो योगी सरकार ने अपने अबतक के शासन में उत्तर प्रदेश में शानदार काम किया है और उनके पास बताने के लिए उपलब्धियों की लम्बी फेहरिश्त है। पहले उत्तर प्रदेश ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के मामले में देश में चौदहवें स्थान पर था, सरकार की नीतियों से आज दूसरे स्थान पर आ गया है।

आज केन्द्र सरकार की अनेक योजनाओं में भी प्रदेश प्रथम स्थान पर है। प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी एवं ग्रामीण में उत्तर प्रदेश पहले पायदान पर है। स्वच्छ भारत मिशन के अन्तर्गत प्रदेश में 2 करोड़ 61 लाख शौचालय बनवाये गये हैं। इसी तरह उज्ज्वला, सौभाग्य, उजाला, पीएम किसान सम्मान निधि में भी उत्तर प्रदेश ने बेहतर कार्य किया है।

पिछले चार वर्षों के दौरान प्रदेश में तीन लाख करोड़ रुपये से अधिक का निवेश हुआ है। मृदा स्वास्थ्य कार्ड, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना जैसी योजनाएं प्रदेश में लागू की गईं। एक लाख सत्ताईस हजार करोड़ रुपये से अधिक के गन्ना मूल्य का भुगतान किया गया है। राज्य में एक्सप्रेस-वे परियोजनाओं का निर्माण कार्य भी पूरी गति से संचालित किया जा रहा है।

प्रदेश के सभी एक्सप्रेस-वे पर औद्योगिक क्लस्टर की स्थापना के सम्बन्ध में कार्य योजना तैयार की जा रही है, वहीं पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे एवं बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे पर औद्योगिक क्लस्टर स्थापना के सम्बन्ध में कार्यवाही तेजी से चल रही है।

चार वर्ष पहले उत्तर प्रदेश में मात्र चार एयरपोर्ट लखनऊ, वाराणसी, गोरखपुर तथा आगरा क्रियाशील थे। पच्चीस गंतव्य स्थान हवाई सेवाओं से जुड़े थे। चार वर्ष में दो गुने अर्थात आठ एयरपोर्ट क्रियाशील हो गए हैं, जो कुल इकहत्तर गंतव्य स्थानों पर हवाई सेवा से जुड़े हैं। कुशीनगर एयरपोर्ट का निर्माण कार्य इस वर्ष पूर्ण कराया गया। यह एयरपोर्ट भी अब अन्तर्राष्ट्रीय उड़ानों हेतु तैयार है।

राज्य सरकार द्वारा चार वर्षों में चार एयरपोर्ट्स  का विकास पूर्ण कराया जा चुका है। दस अन्य का विकास कराया जा रहा है। उत्तर प्रदेश में चार वर्ष पहले बारह मेडिकल कॉलेज थे। अब उनकी संख्या लगभग चार गुनी बढ़ गई है।

प्रदेश के शहरी और ग्रामीण इलाकों में चालीस लाख आवास उपलब्ध कराए गए हैं। करीब ढाई करोड़ से अधिक किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना से लाभान्वित किया गया है। चौवन लाख कामगार श्रमिक, स्ट्रीट वेण्डर्स आदि को भरण पोषण भत्ते का लाभ मिला। पन्द्रह करोड़ गरीब परिवारों को कोरोना काल में निःशुल्क राशन प्रदान किया गया।

एक करोड़ अड़तीस लाख घरों में निःशुल्क बिजली कनेक्शन दिए गए हैं। सत्तासी लाख से अधिक लोगों को वृद्धावस्था महिला व दिव्यांगजन पेंशन दी गई हैं। हर घर नल योजना के तहत तीस हजार ग्राम पंचायतों में शुद्ध पेयजल योजना लागू की गई है।

हर जिला मुख्यालय को फोर लेन से तथा तहसील मुख्यालयों और विकास खण्ड मुख्यालयों को दो लेन से जोड़ने की दिशा में तेजी से काम किया जा रहा है। इसके साथ-साथ प्रदेश में फिल्म सिटी के निर्माण और उत्तर प्रदेश में इण्डस्ट्रियल डिफेंस कॉरिडोर का निर्माण युद्ध स्तर पर चल रहा है।

इन सबके अलावा कानून व्यवस्था के मामले में भी उत्तर प्रदेश ने मिसाल कायम की है। अपराधियों में पुलिस का भय व्याप्त हो रहा है। बाहुबलियों पर शिकंजा कसा गया है। दंगा और हिंसा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की नज़ीर भी उत्तर प्रदेश ने पेश की है।

कुल मिलाकर इन तथ्यों से स्पष्ट है कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार राज्य के विकास और चाक-चौबंद कानून व्यवस्था के लिए प्रतिबद्धतापूर्वक काम कर रही है। योगी सरकार के इन कार्यों को देखते हुए चुनाव में उन्हें जनता का भरपूर आशीर्वाद की पूरी-पूरी संभावना है।

(फीचर फोटो साभार : DNA India)

(लेखक हिन्दू पीजी कॉलेज में एसोसिएट प्रोफेसर हैं। वरिष्ठ टिप्पणीकार हैं। प्रस्तुत विचार उनके निजी हैं।)