नवोदित सक्तावत

संसद में मोदी ने जो कहा है, उसकी गूँज दूर तक जाएगी!

बीते दिनों संसद के बजट सत्र का समापन हुआ। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना महत्‍वपूर्ण भाषण दिया। भाजपा सरकार के मौजूदा कार्यकाल का यह अंतिम भाषण था, इसलिए भी इसका विशेष महत्‍व था। इसमें उन्‍होंने न केवल विपक्ष के समय-समय पर लगाए जाने वाले आरोपों का सिलसिलेवार, तथ्‍यपरक जवाब दिया बल्कि मौजूदा सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए विपक्ष के व्‍यक्तिगत प्रहारों का भी जमकर पलटवार किया।

मोदी सरकार के दस सूत्रीय विजन से होगा नए भारत का निर्माण

गत 1 फरवरी को केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने अपना अंतरिम बजट संसद में पेश किया। इसमें आयकर में दी गई बड़ी छूट के अलावा अन्‍य कई ऐसी बातें शामिल थीं जो कि देश की जनता के लिए राहत लेकर आईं। हालांकि इन पर अधिक बात नहीं हो पाई। मोदी सरकार का यह बजट सर्वहितैषी और समावेशी कहा जा सकता है, क्‍योंकि इसमें अन्‍नदाता किसान से लेकर मतदाता और करदाताओं का भी विशेष ध्‍यान रखा गया है।

क्या देश का नेता बनने का सपना देख रहीं ममता की जमीन पश्चिम बंगाल में ही खिसक रही है?

बीते सप्‍ताह देश की राजनीति में कुछ विचित्र प्रकार की घटनाएं सामने आईं। बीते रविवार पश्चिम बंगाल में समूचा विपक्ष एकजुट हुआ और ममता बनर्जी की अगुवाई में जी भरकर सत्‍ता पक्ष के प्रति विष वमन किया गया। यहां ममता बनर्जी सहित सभी विपक्षियों ने जी भरकर लोकतांत्रिक मूल्‍यों की दुहाई दी लेकिन आश्‍चर्य की बात है कि इन्‍हें स्‍वयं ही लोकतंत्र का वास्‍तविक अर्थ व परिभाषा ज्ञात नहीं है।

मध्य प्रदेश : किसानों के साथ छलावा साबित हो रही कांग्रेस की कर्जमाफी

मध्‍य प्रदेश में कांग्रेस की नवगठित सरकार अपने गठन के बाद से एक के बाद एक नकारात्मक कारणों से चर्चा में है। अब कर्जमाफी को ही लीजिये। मप्र में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने किसानों को लुभाने के लिए कर्जमाफी का लुभावना वादा किया था। जब कांग्रेस जीतकर सत्‍ता में आ गई तो वादे पूरे करने की सूची में कर्जमाफी सबसे शीर्ष क्रम पर थी।

घोटालों में घिरे चिदंबरम परिवार पर बढ़ रहा क़ानून का शिकंजा

पूर्व वित्‍त मंत्री और कांग्रेस के वरिष्‍ठ नेता पी. चिदंबरम की पत्‍नी नलिनी चिदंबरम पर सीबीआई जांच ने शिकंजा कसा है। हजारों करोड़ के सारधा चिटफंट घोटाले में शुक्रवार को उनके खिलाफ 24 परगना की एक जिला न्‍यायालय में चार्जशीट दायर हो चुकी है।

बड़ी लकीर खींचने की बजाय शिवराज सरकार की लकीर मिटाने में क्यों लगे हैं कमलनाथ!

मध्‍यप्रदेश में इन दिनों कांग्रेस की नई सरकार काबिज हो चुकी और सरकारी मशीनरी ने नए ढंग से काम करना शुरू कर दिया है। किसी भी प्रदेश में नई सरकार बनती है तो अपने तरीके से काम करती है। इसमें नई योजनाओं को शुरू करना, नई चीजें लाना आदि शामिल रहता है, लेकिन मप्र में कमलनाथ की सरकार कुछ करने की बजाय कुछ “ना” करने पर अधिक ज़ोर देती

लोकसभा में तीन तलाक पर कांग्रेस के रुख ने उसके मुस्लिम हितैषी होने के ढोंग की पोल खोल दी है!

गत 27 दिसंबर की तारीख देश के लिए ऐतिहासिक महत्‍व की रही। केंद्र सरकार ने तीन तलाक विधेयक को एकबार फिर लोकसभा में पारित करवा लिया। इसके साथ ही देश में मुस्लिम महिलाओं के लिए न्‍याय का एक अभिनव अध्‍याय रचने की दिशा में हम आगे बढ़ गए हैं। तीन तलाक कुप्रथा अब किसी से छुपी नहीं है। इस कुप्रथा के चलते दश में हर साल अनगिनत मुस्लिम महिलाओं का जीवन बरबाद हो जाता है।

‘कमलनाथ के बयान पर हैरानी नहीं होती, क्योंकि कांग्रेस की राजनीति का मूल चरित्र यही है’

मध्‍य प्रदेश में इस सप्‍ताह नई सरकार की आधिकारिक शुरुआत हो गई। सप्‍ताह की शुरुआत में ही कांग्रेस के वरिष्‍ठ नेता और नव-निर्वाचित मुख्‍यमंत्री कमलनाथ ने शपथ ग्रहण की और पदभार ग्रहण किया। कार्यभार संभालते ही जिस तरह से उन्‍होंने जहां महज सुर्खियां बटोरने के लिए बिना किसी योजना-मंत्रणा के किसानों की कर्ज माफी का ऐलान कर दिया, वहीं दूसरी तरफ देश

राफेल प्रकरण : सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद क्या देश से माफी मांगेंगे राहुल गांधी?

आखिर राफेल मामले पर सुप्रीम कोर्ट का आ गया। सुप्रीम कोर्ट ने राफेल विमान खरीद मामले में फैसला देते हुए स्‍पष्‍ट कहा कि इस सौदे की प्रक्रिया में कोई त्रुटि या कमी नहीं है। इस निर्णय के साथ ही केंद्र सरकार को ना केवल राहत मिली बल्कि विपक्ष के उन तमाम बेसिर पैर के आरोपों को भी करारा जवाब मिला है, जिनके जरिये मोदी सरकार को लगातार कोसा जा रहा था। असल

अगस्ता-वेस्टलैंड : मिशेल के प्रत्यर्पण से कांग्रेसी खेमे में इतनी बौखलाहट क्यों है?

इस सप्‍ताह हुए एक नाटकीय घटनाक्रम के तहत अगस्‍ता वेस्‍टलैंड मामले के बिचौलिये क्रिश्चियन मिशेल को मंगलवार की रात यूएई से प्रत्‍यर्पित करके नई दिल्‍ली लाया गया। निश्चित ही यह मोदी सरकार की एक बड़ी सफलता है। इस सफलता की अहमियत इससे प्रकट होती है कि भगोड़े कारोबारी विजय माल्‍या ने स्‍वत: ही सहमकर ट्विट किया कि वो बैंकों का सौ प्रतिशत पैसा वापस