शैलेन्द्र कुमार शुक्ला

India seeking to redefine its relations with Iran

Virendra Gupta Iran has always been an important player in the volatile Middle East region. In the past, despite economic hardships, it has sought to maintain an aggressive posture in the region. With a noticeable thaw in its relations with the United States and lifting of US sanctions, its confidence and activism is bound to

रक्षा क्षेत्र – हासिल की नैतिक उपलब्धि

   आऱ एस़ एऩ सिंह मेरा यह मत है कि मोदी सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि रक्षा क्षेत्र में हथियारों की खरीद में खुलापन और ईमानदारी स्थापित करने में रही है। यह अभूतपूर्व इसलिये है क्योंकि रक्षा सौदों में बेईमानी की शुरुआत आज़ादी मिलने के उपरान्त ही शुरू हो गई थी। इसकी शुरुआत कृष्ण मेनन

ऊर्जा क्षेत्र – ऊर्जा में सबलता

 संदीप सिंह जब राजग सरकार ने मई, 2014 में सत्ता संभाली थी, उस समय भारत में 30 करोड़ लोग बिजली के बिना जी रहे थे। यह बेहद अफसोस की बात थी कि आजादी के 67 वर्षो बाद भी चौबीस घंटे बिजली महज एक सपना ही था। देश अंधकार में डूबा था। राजग सरकार ने ऊर्जा

A+ in foreign policy

Vijay Chauthaiwale Right from the day of PM’s swearing-in, the NDA government has pursued a concerted agenda of strengthening ties with all nations of interest… making India a significant player in global affairs In purely quantitative terms, the Narendra Modi government’s engagement with the world throws up some interesting statistics. Mr Modi has travelled to

अंतरराष्ट्रीय मंचों पर बढ़ी भारत की साख

जे. के. त्रिपाठी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार के दो वर्ष पूर्ण होने पर विभिन्न क्षेत्रों में आकलन प्रारंभ हो गए हैं। आइये देखें कि विदेश नीति के मोर्चे पर इस सरकार का कार्य कैसा रहा है। पड़ोसी देशों की बात करें तो मोदी सरकार ने पिछली सरकारों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया है।

विकास की नई सोच

राकेश सिन्हा किसी भी सरकार की समीक्षा के दो रूप होते हैं- एक, अंकगणितीय और दूसरा, गुणात्मक। पहले में सरकार के कामकाज का लेखा-जोखा मात्रत्मक संदर्भ में किया जाता है और वह आंकड़ों का प्रदर्शन मात्र होता है, जबकि दूसरे में सरकार की नीतियों, कार्य-शैली व नेतृत्व के सामाजिक, आर्थिक व सांस्कृतिक धरातल पर प्रभावों

विकास को मोहताज केरल के आदिवासी

आशीष कुमार ‘अंशु’ जब किसी राय में नई सरकार का गठन होता है, राय में सरकार के समक्ष आने वाली चुनौतियों की चर्चा जरूर होती है। यदि केरल का उदाहरण लें तो इस एक राय के अंदर दो राय हैं। एक जहां गैर आदिवासी रहते हैं। जो संपन्न हैं, जिसकी चर्चा हम और आप पढ़ते

विपक्षी दलों के दो साल

हृदयनारायण दीक्षित पक्ष निष्पक्ष नहीं होता। कोई भी विचार या वाद निरपेक्ष नहीं होता। प्रतिवाद भी होता है। जर्मन दार्शनिक हीगल ने वाद और प्रतिवाद से संवाद का रोचक उल्लेख किया है। संसदीय जनतंत्र की सफलता में वाद विवाद के साथ संवाद की महत्ता है। यहां जनादेश प्राप्त बहुमत सरकार चलाता है। जनादेश से ही

ईरान से चाबहार बंदरगाह समेत 12 समझौते पर हस्ताक्षर

भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ईरान के दो दिवसीय दौरे के आखिरी दिन सोमवार को यहां राष्ट्रपति हसन रूहानी से मुलाकात की। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने एक ट्वीट में कहा, “मोदी व रूहानी ने एकांत में मुलाकात की और विचारों का आदान-प्रदान किया।” भारत-ईरान के बीच 12 समझौते हुए हैं। इसमें महत्वपूर्ण

देश के १३ शहरों के आये अच्छे दिन

 देश के नए 13 फास्ट ट्रैक स्मार्ट सिटी का ऐलान कर दिया गया है। इसमें बिहार, यूपी और झारखंड के एक-एक शहर को मौका मिला है। सभी शहरों का चयन फास्ट ट्रैक कंपटीशन के आधार पर किया गया है। केंद्रीय शहरी विकास मंत्री वेंकैया नायडू ने फास्ट ट्रैक स्मार्ट सिटी के लिए चुने जाने वालों