पॉलिटिकल कमेंटरी

Failing to Connect the Unconnected (An Analysis of the Performance of 2 States in the Implementation of Pradhan Mantri Gram Sadak Yojana (PMGSY))

Devyani Bhushan Executive Summary  Pradhan Mantri Gram Sadak Yojana (PMGSY) was launched on 25th December, 2000 by the then Prime Minister of India Atal Bihari Vajpayee as a Centrally Sponsored Scheme (CSS). The then NDA Government conceived PMGSY as part of a broader strategy of rural poverty reduction and strengthening of rural livelihoods. This paper,

National Waterways Bill: a Flow of Progress

Uttam Kumar Sinha In April 2016 Parliament approved the National Waterways Bill. This is a significant approval as the Bill provides for enacting a central legislation to declare 106 additional inland waterways as the national waterways in addition to five existing national waterways. The Centre derives the power for the regulation and development of inland

नितीश कुमार के संघमुक्त भारत का सच

अरविन्द जयतिलक  7 साल तक भाजपायुक्त रहे बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अब संघ मुक्त भारत का राग-प्रलाप कर एक किस्म से अपने महत्वाकांक्षायुक्त होने का ही सबूत दे रहे हैं। उन्होंने गैर-भाजपा दलों से आह्नन किया है कि वे संघ मुक्त भारत के लिए एक मंच पर आएं अन्यथा भाजपा सबका बुरा हाल कर

काठ की हांडी है भाजपा-विरोधी एकजुटता की अवधारणा

राजनाथ सिंह सूर्य  बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जनता दल (यू) का अध्यक्ष बनने के साथ ही संघ मुक्त भारत बनाने का आह्वान करते हुए सभी गैरभाजपा दलों की एकजुटता की अपील की। यद्यपि संघ मुक्त भारत का नारा एक शिगूफा ही है, लेकिन कांग्रेस ने इसका स्वागत करते हुए खुद अपने नेतृत्व में

इशरत मामला: छल कपट की मिसाल

राजीव सचान विश्व इतिहास ऐसे शातिर शासकों से भरा पड़ा है जिन्होंने धन, पद या अन्य किसी लोभ में अपने ही लोगों से छल किया। शासकों के साथ-साथ उनके तमाम सिपहसालार-दरबारी भी ऐसे मिलते हैं जिन्होंने अपने किसी स्वार्थ के लिए कपटपूर्ण कृत्य किया और उसका दोष किसी और के मत्थे मढ़ दिया। मीर जाफर

संघ के विचारों के बेहद करीब थे बाबा साहब

शिवानन्द द्विवेदी आज पूरा देश डॉ भीम राव अम्बेडकर की १२५ वीं जयंती मना रहा है. बाबा साहब के विचारों पर चर्चा हो रही है. इस चर्चा के बीच उन तमाम वैचारिक पहलुओं पर गौर करना जरुरी है जो बाबा साहब अम्बेडकर की विचारधारा के मूल धरोहर हैं. वर्तमान भारत में राजनीतिक अथवा कतिपय कारणों

एक चुकी विरासत के वारिस हैं राहुल गांधी

हर्षवर्धन त्रिपाठी राहुल गांधी को लेकर बार-बार ये कहा जाता है कि इतनी शानदार विरासत को वो संभाल नहीं पा रहे हैं। ये बात इतनी बार और इतने तरीके से कही जा चुकी है कि देश को राहुल गांधी पर अब नेता के तौर पर भरोसा हो ही नहीं पाता है। क्योंकि, देश के लोगों

इशरत जहां मामले में बेनकाब हुई कांग्रेस

शिवानन्द द्विवेदी बहुचर्चित इशरत जहां मुठभेड़ मामले में एकबार फिर कांग्रेस का आला नेतृत्व फंसता नजर आ रहा है. थोड़ा अतीत में जाकर इस मामले को देखें तो वर्ष २००४ में आईबी से मिली जानकारी के आधार पर गुजरात पुलिस के क्राइम ब्रांच ने एक चार आतंकियों का एनकाउन्टर किया था, जिनमे से एक इशरत

भाजपा शासन में बेहतर हुआ

जिस संघ को कांग्रेस ने अपने खिलाफ उठे जनाक्रोश को भटकाने के लिए फासीवादी कहा था उसी संघ के एक शिविर में जेपी 1959 में जा चुके थे. उन्होंने संघ को कभी अछूत नहीं माना. आपातकाल के बाद जब जेपी जेल से छूटे तो उन्होंने मुंबई में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा था,

भाजपा शासन में बेहतर हुआ

जिस संघ को कांग्रेस ने अपने खिलाफ उठे जनाक्रोश को भटकाने के लिए फासीवादी कहा था उसी संघ के एक शिविर में जेपी 1959 में जा चुके थे. उन्होंने संघ को कभी अछूत नहीं माना. आपातकाल के बाद जब जेपी जेल से छूटे तो उन्होंने मुंबई में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा था,