मोदी

क्या है भाजपा की लगातार बढ़ रही लोकप्रियता का कारण ?

वर्तमान में देश के लिए भाजपा एक आदर्श सत्तारूढ़ दल है जो अपनी सकारात्मक और तरक्की पंसद सोच के जरिये देश को विकास की राह में आगे बढ़ा रहा है। यही कारण है कि केंद्र में तीन साल की सत्ता के बावजूद भाजपा-नीत नरेंद्र मोदी सरकार की लोकप्रियता में कमी आने की बजाय लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। भाजपा को लगातार चुनावों में मिल रही बम्पर विजय इसीका उदाहरण है। फिलहाल

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनता में सरकार के प्रति विश्वास जगाया है!

वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान देश राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक हर प्रकार से एक अन्धकार में था। संप्रग-नीत सत्ता भ्रष्टाचार के दलदल में आकंठ डूबी थी, जिसके कारण देश का आर्थिक ढांचा चरमरा रहा था और यह सब देखकर समाज में घनघोर निराशा व्याप्त थी। ऐसे समय में देश के सामने गुजरात के विकास मॉडल की उजली तस्वीर लेकर नरेंद्र मोदी आए।

भाजपा की यूपी विजय के सन्देश

उत्तर प्रदेश में विशाल बहुमत के साथ भाजपा सरकार आकार ले चुकी है। गोरखपुर के केंद्र से पूर्वांचल में अपनी एक अलग राजनीतिक पहचान करने वाले योगी आदित्यनाथ यूपी के मुख्यमंत्री के रूप में अपने 43 मंत्रियों के साथ शपथ ले चुके हैं। इस मजबूत सत्ता पक्ष के समक्ष राज्य में विपक्ष बस कहने भर के लिए रह गया है। सपा-कांग्रेस गठबंधन से लेकर बसपा तक सबको मिलाकर भी महज़ अठहत्तर सीटें ही

यूपी में योगी राज का मतलब

हरेक फैसले का अपना सांकेतिक महत्व होता है। हरेक संकेत के अपने राजनीतिक निहितार्थ। हरेक राजनीतिक निहितार्थ में भविष्य की तैयारी छुपी होती है। उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य की कमान योगी आदित्यनाथ के हाथ में देकर भाजपा नेतृत्व और प्रधानमंत्री नरेंद्रभाई दामोदरदास मोदी ने संकेत दे दिए हैं कि भाजपा जड़ों से कभी हटी ही नहीं थी। भाजपा ‘सबका साथ, सबका विकास’ करेगी, लेकिन किसी

स्वास्थ्य क्षेत्र में बेहतरी की उम्मीद जगाती राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति

वर्ष 2014 में सत्तारूढ़ होने के बाद मोदी सरकार द्वारा नयी स्वास्थ्य नीति को लेकर कवायदे शुरू की गयीं। नयी स्वास्थ्य नीति का एक प्रारूप लोगों की राय जानने के लिए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की वेबसाइट पर डाला गया। उसपर तमाम लोगों के सुझाव आए जिनका मिला-जुला रूप आज राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति-2017 के रूप में देश के सामने आया है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति को सरकार के केन्द्रीय मंत्रिमंडल से

भाजपा की यूपी विजय के निहितार्थ को समझें, अंधविरोधी !

वक्तव्य-पूर्व (प्रोलॉग)- एक कथा है। नेपोलियन की। वह एक बार अपने कार्यालय आया, और खूंटी पर अपना कोट टांगना चाहा। खूंटी उसके कद से थोड़ी ऊंची थी। उसके सहायक ने कहा, लाइए सर…मैं टांग देता हूं, आपसे लंबा हूं।’ नेपोलियन ने उसे मुड़कर देखा, मुस्कुराया और कहा- ‘हां, तुम मुझसे लंबे हो, पर ऊंचे नहीं हो।’

मोदी-शाह के तिलिस्म से अबूझ विपक्ष

पांच राज्यों के चुनाव परिणाम आ गए हैं। हार-जीत के कयास अब नतीजों में तब्दील होकर देश के सामने है। पांच राज्यों में से दो, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड, जहाँ भाजपा के पास सत्ता नहीं थी उनमे भाजपा ने सत्ता में मजबूती से वापसी की है। पूर्वोत्तर भारत का एक राज्य मणिपुर, जहाँ भाजपा न के बराबर थी वहां भाजपा ने सबसे ज्यादा 36.3 फीसद वोट हासिल किया है और 21 सीटें भी हासिल की है। गोवा राज्य में

यूपी की जीत दिखाती है कि अब भी कायम है मोदी मैजिक !

कहते हैं कि राह जितनी मुश्किल होगी, जीत उतनी ही बड़ी होगी। कुछ ऐसा ही भारतीय जनता पार्टी के साथ हो रहा है। एक समय केंद्र की सत्ता पर काबिज होने के लिए कड़ी मेहनत करने वाली अमित शाह और प्रधानमंत्री मोदी की जोड़ी एक के बाद एक जीत का परचम लहराती ही जा रही है। केंद्र की सत्ता पर काबिज होने के बाद इस जोड़ी ने विधानसभा चुनावों में भी जीत दर्ज कर ली है। यूपी जैसे राज्य में जीत दर्ज

यूपी को ये वाला ‘साथ’ पसंद है !

पांच राज्यों के चुनाव परिणाम लगभग-लगभग आ चुके हैं। यूपी और उत्तराखंड में भाजपा को पूर्ण बहुमत मिल चुका है। गोवा और मणिपुर में अभी स्थिति स्पष्ट नहीं हुई है। दस साल से पंजाब की सत्ता में रहे अकाली दल और भाजपा के गठबंधन को इसबार संभवतः सत्ता-विरोधी रुझान के कारण हार का सामना करना पड़ा है। बहरहाल, इन पाँचों राज्यों में उत्तर प्रदेश के चुनाव परिणामों को लेकर लोगों में सर्वाधिक

यूपी चुनाव : भाजपा के पक्ष में दिख रहे जीत के सभी समीकरण

देश का पूरा राजनीतिक विमर्श उत्तर प्रदेश पर केंद्रित है। पांच राज्यो के विधानसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश का अपना अलग महत्त्व है। यह भी तय है कि उत्तर प्रदेश के चुनाव परिणाम देश की आगामी राजनीतिक दशा और दिशा को तय करने वाले सिद्ध हो सकते हैं। पूरे देश में इस चुनाव को लेकर जबरदस्त ऊहापोह है, जिज्ञासा है। सपा-कांग्रेस गठबंधन, बसपा और भाजपा के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है और चारो तरफ