लगातार भाषाई मर्यादा लांघते राहुल गांधी को अदालत ने सही सबक दिया है
राहुल गांधी को प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता पच नहीं रही है। उसी का नतीजा है कि वे ऐसे लफ्जों का इस्तेमाल कर रहे हैं जो लोकतंत्र के लिए खतरनाक हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सफलता के नित नए सोपान चढ़ रही भारतीय विदेश नीति
भारत और इटली के बीच एक ‘स्टार्टअप ब्रिज’ की स्थापना की भी घोषणा की गई। रक्षा सहयोग के क्षेत्र में भी दोनों देश एक नया अध्याय शुरू कर रहे हैं।
जी-20 : भारतीय विचार से निकल रही वैश्विक समस्याओं के समाधान की राह
जी-20 अध्यक्षता के दौरान भारत के अनुभव और ज्ञान का लाभ विश्व को, विशेषकर विकासशील देशों को मिलेगा। भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि..
जयंती विशेष : साहस, स्वाभिमान एवं स्वानुशासन के जीवंत प्रतीक थे नेताजी सुभाष चंद्र बोस
सुभाष चंद्र बोस द्वारा दिए गए नारे ‘तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आज़ादी दूँगा’, ‘दिल्ली चलो’ या ‘जय हिंद’ – प्रमाणित करते हैं कि वे युवाओं के मन और मिज़ाज की कितनी गहरी समझ रखते थे!
नमो एप कियोस्क : राजनीति जब तकनीकी से मिलती है
भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारणी में नमो एप के 2 कियोस्क टचस्क्रीन से, फ्लिपबुक से, बुकमार्क से और क्यूआर कोड के साथ स्टिकर और किताबों के साथ सुसज्जित हैं।
अर्थव्यवस्था में ऊर्जा भरते प्रवासी भारतीय
तथ्यों पर गौर करें तो आज की तारीख में प्रवासी भारतीय जितना धन भेज रहे हैं, वह भारत में कुल प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के लगभग बराबर है।
वीर बाल दिवस : अब देश लिख रहा है नया और सच्चा इतिहास
वीर बाल दिवस के आयोजन के दौरान प्रधानमंत्री ने इस बात पर विशेष ज़ोर दिया कि, अगर हमें भारत को भविष्य में सफलता के शिखरों तक लेकर जाना है, तो अतीत के संकुचित नजरियों से आजाद होना होगा।
काशी तमिल संगमम : विश्वेश्वर और रामेश्वर का ये मिलन सृजन और भावनात्मक संबंधों के नए द्वार खोलेगा!
काशी तमिल संगमम कोई सहज उत्पन्न हुआ विचार मात्र नहीं है। ये सम्बन्ध इतना विस्तृत और प्राचीन है कि यदि आप काशी और तमिलनाडु के संबंधों को खोजने बैठेंगे तो एक विस्तृत ग्रन्थ तैयार हो सकता है।
आदिवासी समाज के उत्थान में जुटी मोदी सरकार
मोदी सरकार ने सही मायनों में आदिवासी समाज को देश के विकास की यात्रा का सहयात्री बनाया है और उन्हें हिस्सेदारी भी दी जा रही है।
मोदी राज में बेनकाब होते शहरी नक्सली
नरेंद्र मोदी की सरकार आने के बाद ऐसे संगठनों व व्यक्तियों की पहचान होने लगी है तथा इनके विदेशी चंदे स्रोतों को नियंत्रित करने के लिए जरूरी कदम उठाए गए हैं।