नवोदित सक्तावत

एग्जिट पोल : गुजरात और हिमाचल प्रदेश में भगवा लहराने के संकेत

गुजरात विधानसभा चुनाव में दूसरे दौर का मतदान भी पूरा हो गया। इसी के साथ गुजरात सहित हिमाचल प्रदेश, दोनों राज्‍यों के एग्जिट पोल भी सामने आ गए। ये पोल विभिन्‍न चैनलों और एजेंसियों द्वारा करवाए गए सर्वे के आधार पर जारी किए गए। इन एग्जिट पोलों का पूरे देश को बेसब्री से इंतज़ार था। जैसे ही शुक्रवार शाम साढ़े पांच बजे पोल के ज़रिये आरंभिक रूझान आना शुरू हुए, गुजरात और हिमाचल की पूरी तस्‍वीर साफ

राम मंदिर मामले में सिब्बल की अदालती दलीलों पर अपना रुख स्पष्ट क्यों नहीं कर रही कांग्रेस ?

बहुचर्चित अयोध्‍या मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में चल रही है। पिछले सप्‍ताह विशेष पीठ द्वारा इसकी सुनवाई के दौरान कुछ ऐसा हुआ कि राजनीतिक महकमों का इधर ध्‍यान खिंच गया। कांग्रेस नेता और वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्‍बल ने अयोध्‍या मामले की सुनवाई को 2019 लोकसभ चुनाव तक आगे बढ़ाने की अपील की। इसके पीछे उन्‍होंने तर्क दिया कि इसपर राजनीति हो सकती है।

जीडीपी में वृद्धि से अर्थव्यवस्था पर सवाल उठा रहे विपक्ष के आरोपों की निकली हवा !

देश अर्थव्‍यवस्‍था के नए दौर से गुज़र रहा है। ऐसा समझें कि आर्थिक सुधारों के बाद देश में नई अर्थक्रांति का सूत्रपात हुआ है। नोटबंदी और जीएसटी जैसे बड़े आर्थिक सुधारों के बाद पूरे विश्‍व में भारत की साख भी बढ़ी है, रैंकिंग भी और अब वैश्विक परिदृश्‍य में भारत को एक मजबूत अर्थव्यवस्था वाले देश के रूप में देखा जा रहा है। पिछले दिनों मूडीज ने भारत की सॉवरेन रेटिंग भी बढ़ाई और ग्‍लोबल सॉल्‍युशन कंपनियों ने

पेमेंट कंपनी वीजा की रिपोर्ट : नोटबंदी के बाद भारतीयों में डिजिटल पेमेंट का बढ़ रहा चलन

इसमें कोई शक नहीं है कि अब भारत क्रमिक रूप से और तेजी से डिजिटल होता जा रहा है। इस डिजिटल क्रांति का सबसे प्रभावी और सकारात्‍मक असर अर्थव्‍यस्‍था पर ही पड़ा है। पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा घोषित की गई नोटबंदी के बाद से ही देश में ऑनलाइन ट्रांजेक्‍शन का ग्राफ बढ़ गया था। हालांकि विपक्षी दलों ने इसे विवशता करार दिया और कहा कि यह सरकार की विफलता है, लेकिन ग्‍लोबल

मूडीज रेटिंग : अर्थव्यवस्था के विकास पर सवाल उठा रहे विपक्ष की बंद हुई बोलती !

यह सप्‍ताहांत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए कई अर्थों में सकारात्‍मक और लाभदायी रहा। व्‍यक्तिगत रूप से और शासनगत रूप से दोनों मोर्चों पर वे प्रसिद्धि के नए सोपान चढ़े। अव्‍वल तो अमेरिकी सर्वेक्षण संस्‍था प्यू ने उन्‍हें लोकप्रियता के शिखर पर बताया, वहीं अंतरराष्‍ट्रीय रेटिंग संस्था मूडीज की रेटिंग ने मोदी सरकार के आर्थिक सुधारों का समर्थन किया है।

घाटी में सेना की मार ने आतंकियों के दांत खट्टे कर दिए हैं !

सरहद पर सेना की सफलता का दौर जारी है। सुरक्षाबलों ने बीते दिनों अपने आतंकरोधी अभियान के तहत फिर से बड़ी कामयाबी हासिल की। अलग-अलग अभियानों में क्रमवार कुख्‍यात आतंकियों को ढेर करके सुरक्षाबलों ने अपनी वीरता का लोहा फिर मनवाया है। बीते दिनों आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्‍मद के सरगना मसूद अजहर के भतीजे महमूद तल्‍हा रशीद सहित कुछ और आतंकियों को सेना ने मार गिराया। यह मुठभेड़

गुजरात चुनाव : विकास की राजनीति बनाम विद्वेष की राजनीति

गुजरात और हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। दोनों राज्‍यों में अपनी सरकार बनाने के लिए भाजपा व कांग्रेस अपने-अपने स्‍तर पर जुटे हुए हैं। लेकिन, यहां दोनों दलों के काम करने के, प्रचार करने के तरीके में अंतर स्‍पष्‍ट नज़र आता है। एक तरफ जहां भाजपा सकारात्‍मक ढंग से प्रचार कर रही है, वहीं कांग्रेस सस्‍ते हथकंडे अपनाकर थोथी राजनीति दिखाने से बाज नहीं आ रही। इसी के समानांतर नेताओं

फ़िल्मी भाषणों के भरोसे गुजरात जीतने का स्वप्न देख रहे राहुल गांधी!

गुजरात विधानसभा चुनाव की चर्चाएं सियासी गलियारों में जोरों पर हैं। भाजपा और कांग्रेस दोनों दल अपने-अपने स्‍तर पर यहां चुनावी सभाएं कर रहे हैं। पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रदेश का दौरा किया और प्रदेशवासियों के लिए करोड़ों रुपए लागत के निर्माण कार्यों का शिलान्‍यास किया। भाजपा जहां सकारात्‍मक ढंग से अपने ध्‍येय वाक्‍य ‘सबका साथ सबका विकास’ को लेकर आगे बढ़ रही है, वहीं कांग्रेस हमेशा की तरह

अयोध्या में पुनः साकार हुई त्रेता युग की दीपावली !

बुधवार 18 अक्‍टूबर का दिन अयोध्‍या नगरी के लिए अभूतपूर्व एवं ऐतिहासिक था। पूरे नगरवासियों ने कुछ ऐसा देखा जिसकी अभी तक कल्‍पना भी नहीं रही होगी। दीपोत्‍सव का पर्व यादगार बन गया। मानो साक्षात त्रेता युग इस युग में उतर आया हो। उत्‍तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ की पहल पर अयोध्‍या में दीपावली पर्व भव्‍य पैमाने पर मनायी गयी। इस आयोजन की सूत्रधार भले ही सरकार थी, लेकिन यह जन

राजनीतिक जमीन के साथ-साथ कांग्रेस का बौद्धिक और भाषाई स्तर भी गिरता जा रहा है !

हमेशा की तरह अपने बेसिर-पैर के बचकाने बयानों को लेकर थोथी लोकप्रियता बटोरने वाले कांग्रेस उपाध्‍यक्ष राहुल गांधी फिर सुर्खियों में हैं। इस बार भी कारण वही है। गुजरात विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का प्रचार करने गए राहुल ने इस बार नैतिकता व मर्यादा की सीमाएं पार करते हुए अशालीन टिप्‍पणी कर दी। उन्‍होंने कहा कि संघ व भाजपा में महिलाओं से भेदभाव होता है। मैंने संघ की महिलाओं को कभी शॉर्ट्स में नहीं