नजरिया

वैश्विक अंतरिक्ष अर्थव्यवस्था में बढ़ती भारत की भागीदारी

अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में भारत की साख बढ़ाने का प्रमुख कारण यह है कि पिछले एक दशक में इस क्षेत्र में विकास के अनेक नए आयाम स्थापित किए गए हैं।

अपनी संवाद कला से लोगों का दिल जीत लेते हैं प्रधानमंत्री मोदी

प्रधानमंत्री मोदी बोलते हैं तो देश ही नहीं, दुनिया के कान उनके वक्तव्य पर टिके होते हैं। मोदी को चाहने वाले ही नहीं, उनके आलोचक भी अत्यंत ध्यानपूर्वक उन्हें सुनते हैं।

हिंदी दिवस विशेष : भारत की सांस्कृतिक विविधता की सच्ची प्रतिनिधि है हिंदी

किसी भी समाज की सांस्कृतिक पहचान का आधार उसकी भाषा में सन्निहित होता है। वस्तुतः भाषा ही वो प्राणतत्व होती है, जो किसी संस्कृति को काल के निर्बाध प्रवाह में भी सतत जीवंत और गतिशील रखती है।

प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारतीय संस्कृति वैश्विक अर्थव्यवस्था का केंद्र बिंदु बनने की ओर अग्रसर

भारतीय सनातन संस्कृति का पालन करते हुए भारत के आर्थिक विकास को देखकर अब विकसित देश भी भारतीय संस्कृति की ओर आकर्षित हो रहे हैं..

जी-20 शिखर सम्मेलन : सनातन संस्कृति एवं भारतीयता के प्रतीकों की चमक से चकित विश्व

जी-20 शिखर सम्‍मेलन में जिस एक बिंदु ने सर्वाधिक ध्‍यान खींचा वह है भारतीयता एवं सनातन संस्कृति के प्रतीकों को इस आयोजन का हिस्सा बनाना।

राजनीति के आदर्श प्रतिमान हैं श्रीकृष्ण

नए निर्माण के पथ में आने वाले प्रत्येक अवरोध को, चाहे वह कितना भी प्रतिष्ठित क्यों न हो; हटाना ही होगा। यही श्रीकृष्ण की राजनीति का मूलमंत्र है।

सूर्य मिशन : ‘रोज ही आकाश चढ़ते जा रहे हैं हम…!’

चंद्रयान-3 की सफलता के बाद अब भारत की नजरें सूर्य पर टिकी हैं। यह भारत का पहला सूर्य मिशन है, जिसके जरिए सौर वायुमंडल यानी क्रोमोस्फेयर…

मजबूती से बढ़ रही भारतीय अर्थव्यवस्था, चीन की अर्थव्यवस्था में सुस्ती का भी मिल सकता है लाभ

भारत की आंतरिक अर्थव्यवस्था में लगातार सुधार हो रहा है जिसके चलते भारत की विकास दर वित्तीय वर्ष 2023-24 के प्रथम तिमाही में 7.8 प्रतिशत रही है।

भारतीय परंपरा में धर्म और विज्ञान के बीच विरोध नहीं, एकात्म भाव की प्रतिष्ठा है

आज इसरो प्रमुख यदि कह रहे कि विज्ञान के सिद्धांत वेदों से निकले हैं, तो इससे ही सिद्ध हो जाता है कि भारत में धर्म और विज्ञान के बीच कोई विरोध नहीं है।

चंद्रयान-3 की सफलता ने बढ़ाया भारत का मान, मगर इसपर भी ओछी राजनीति से बाज नहीं आ रहा विपक्ष

जैसे ही चंद्रयान ने चांद को छुआ, यहां धरती पर ऐतिहासिक जश्‍न शुरू हो गया। जिसने भी यह देखा वह खुद को ना रोक सका। ढोल बजाए गए, मिठाइयां बांटी गई…