नजरिया

दीपावली विशेष : अबकी इस प्रकार करें लक्ष्मी पूजन !

स्वतंत्रता-प्राप्ति से पूर्व हमारे देशवासियों ने भावी भारत के रूप में सशक्त और समृद्ध राष्ट्र का सपना देखा था। उन्हें विश्वास था कि अंग्रेजों की दासता से मुक्ति मिलते ही हम भारतीयों का ‘स्वराज्य’ स्वावलम्वन से सशक्त और सम्पन्न बनकर ‘सुराज’ की स्वार्णिम कल्पनाएं साकार करेगा। प्रख्यात सुकवि-नाटककार जयशंकर प्रसाद कृत ‘चन्द्रगुप्त’ नाटक के निम्नांकित गीत में इस जनभावना की अनुगूँज दूर तक सुनाई देती है-

सरदार वल्लभभाई पटेल : स्वतंत्र भारत की एकता के महान सूत्रधार

31 अक्टूबर, 1875 की तारीख इतिहास में दर्ज है, जब आजाद भारत की एकता और अखण्डता के शिल्पी सरदार वल्लभभाई पटेल का जन्म हुआ था।

सभी विघटनकारी शक्तियों को विफल करने का मंत्र है – भारत माता की भक्ति

देश एक करवट ले रहा है। सांस्कृतिक पुनर्जागरण का एक वातावरण भारत में दिखायी देने लगा है। अमृतकाल को अवसर मानकर एक बार फिर भारत अपने ‘स्व’ की ओर बढ़ रहा है।

नवरात्र विशेष : सृष्टि की ऊर्जा हैं देवी दुर्गा

देवी की प्रकृति रूपी अवस्थाएं सत्व, रज और तम गुणों में रूपांतरित होकर सृष्टि को संतुलित बनाए रखने का काम करती हैं। इसीलिए देवी को आद्या शक्ति कहा गया है।

अमेरिका में सनातन संस्कृति की गूँज

अमेरिका में हर वर्ष हजारों लोग हिंदू संस्कृति को अपना रहे हैं। अमेरिकी लोग हिंदू संस्कृति को एक धर्म मानने के अलावा एक बेहतरीन जीवन शैली के रूप में भी देख रहे हैं।

बदलावों का वाहक बनता ‘मन की बात’ कार्यक्रम

मन की बात अधिक से अधिक लोगों तक पहुंच सके, इसके लिए इसका अनुवाद अंग्रेजी को छोड़कर 22 भाषाओं, 29 बोलियों और 11 विदेशी भाषाओं में किया जाता है।

भारत की विराट सांस्कृतिक चेतना का उत्सव है ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ कार्यक्रम

‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ कार्यक्रम संपूर्ण देश की सांस्कृतिक विविधता को भारतीयता के सूत्र में जोड़कर एक विराट सांस्कृतिक चेतना के उत्सव का आयोजन है।

मध्य प्रदेश : सांस्कृतिक जगत की महान उपलब्धि है एकात्मधाम

आदि शंकराचार्य संसार में सर्वत्र एक ही ईश्वरीय सत्ता का निर्देश कर मनुष्य को मनुष्य से ही नहीं प्रत्युत समस्त जीवजगत और वनस्पति जगत से भी जोड़ देते हैं।

मोदी सरकार की नीतियों से बड़ी आर्थिक महाशक्ति बनने की ओर अग्रसर भारत

भरपूर सम्भावना व्यक्त की जा रही है कि वर्ष 2030 के पूर्व भारत अमेरिका एवं चीन के बाद विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृढ़ और दूरदर्शी नेतृत्व में प्रगति-पथ पर अग्रसर भारत

भारत को लंबे अरसे बाद मोदी के रूप में ऐसा नेतृत्व मिला है, जिसकी जनता में अद्भुत पकड़ है। उनकी मास अपील इतनी प्रभावी है कि उनके एक संदेश पर जनता संबंधित कार्य करने में जुट जाती है।