प्रहलाद सबनानी

मजबूती से बढ़ रही भारतीय अर्थव्यवस्था, चीन की अर्थव्यवस्था में सुस्ती का भी मिल सकता है लाभ

भारत की आंतरिक अर्थव्यवस्था में लगातार सुधार हो रहा है जिसके चलते भारत की विकास दर वित्तीय वर्ष 2023-24 के प्रथम तिमाही में 7.8 प्रतिशत रही है।

ब्याज दरों में संतुलन से देश की विकास दर को मजबूत बनाए रखने में मिल रही सफलता!

विपरीत परिस्थितियों के बीच भी कई विकसित देश (विशेष रूप से अमेरिका एवं यूरोपीय देश) अभी भी ब्याज दरों को बढ़ाते जा रहे हैं। परंतु, भारतीय रिजर्व बैंक ने

विश्व की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में केवल भारत ही एक चमकते सितारे के रूप में दिखाई दे रहा है!

विश्व बैंक, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष, यूरोपीयन यूनियन आदि द्वारा लगातार यह कहा जा रहा है कि पूरे विश्व में इस समय सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में केवल भारत…

विदेशी संस्थागत निवेशकों का भारतीय स्टॉक बाजार में बढ़ रहा है निवेश

भारत की अर्थव्यवस्था में आज लगभग किसी भी प्रकार की कोई समस्या नहीं है, जिसके चलते भारत का स्टॉक बाजार नित नई ऊंचाईयां हासिल करता दिखाई दे रहा है।

प्रधानमंत्री मुद्रा योजना ने सृजित किए हैं रोजगार के करोड़ों नए अवसर

प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के अंतर्गत उपलब्ध कराए गए कुल ऋणों में लगभग 40 प्रतिशत उद्यमी ऐसे हैं जिन्होंने प्रथम बार कोई उद्यम प्रारम्भ किया है।

मोदी सरकार के प्रयासों से दुगुनी हो रही किसानों की आय

प्राकृतिक आपदा में किसानों की फसल बर्बाद होने की स्थिति में बीमा कम्पनी द्वारा प्रभावित किसानों को हुए आर्थिक नुकसान की क्षतिपूर्ति की जाती है।

भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूती देती डिजिटल क्रांति

भारतीय अर्थव्यवस्था, आज डिजिटल क्रांति के बलबूते ही, विश्व में बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच, सबसे तेज गति से आगे बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बन गई है।

सनातन भारतीय संस्कृति में गुरु पूर्णिमा का है विशेष महत्व

भारत के इतिहास पर नजर दौड़ाते हैं तो दिखता है कि सनातन संस्कृति के अनेक महापुरुषों को गुरु के आशीर्वाद एवं सान्निध्य से ही देवत्व की प्राप्ति हुई है।

अमेरिका के साथ हुए समझौतों से देश के विकास की रफ्तार और रोजगार के अवसरों में होगी वृद्धि

अमेरिका की विभिन्न कम्पनियों द्वार भारत में किये जाने वाले भारी-भरकम राशियों के निवेश से भारत में विनिर्माण क्षेत्र में विकास दर को बल मिलना निश्चित है।

रक्षा क्षेत्र में बढ़ते उत्पादन के साथ आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर भारत

रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी जानकारी के अनुसार, भारत में वर्ष 2022-23 के दौरान रक्षा क्षेत्र से जुड़े उत्पादों का उत्पादन 1.07 लाख करोड़ रुपये का रहा है।