सतीश सिंह

ये आंकड़े बताते हैं कि वैश्विक मंदी के बीच भी तेजी से आगे बढ़ रही भारतीय अर्थव्यवस्था!

भारतीय अर्थव्यवस्था के लगातार मजबूत रहने के कारण ही एस एंड पी ग्लोबल ने 2023-24 में जीडीपी वृद्धि दर के अनुमान को 6 प्रतिशत से बढ़ाकर 6.4 प्रतिशत कर दिया है

तेजी से आगे बढ़ती भारतीय अर्थव्यवस्था

जीडीपी अर्थव्यवस्था के स्वास्थ्य को मापने का सबसे सशक्त पैमाना है। यह एक निश्चित समय में सभी उत्पादों और सेवाओं के मूल्य का प्रतिनिधित्व करता है।

समावेशी विकास की वाहक बनती पीएम स्वनिधि योजना

पीएम स्वनिधि योजना के तहत ऋण मिलने के बाद लोगों का कारोबार सशक्त हुआ है और लाभार्थी अब बुनियादी जरूरतों के अलावा दूसरे मदों में भी खर्च करने लगे हैं।

बदलावों का वाहक बनता ‘मन की बात’ कार्यक्रम

मन की बात अधिक से अधिक लोगों तक पहुंच सके, इसके लिए इसका अनुवाद अंग्रेजी को छोड़कर 22 भाषाओं, 29 बोलियों और 11 विदेशी भाषाओं में किया जाता है।

आयकर रिटर्न में लगातार वृद्धि दर्शाती है कि विकसित देश बनने की राह पर तेजी से बढ़ रहा भारत

निर्धारण वर्ष 2023 में आयकर रिटर्न दाखिल करने वालों की संख्या निर्धारण वर्ष 2022 की तुलना में 7.3 करोड़ से बढ़कर 7.8 करोड़ हो गई है।

मजबूत होते भारतीय अर्थव्यवस्था के मानक

अर्थव्यवस्था को मजबूत करने वाले अनेक कारक होते हैं। हाल में, भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करने वाले ऐसे कई मानकों में बेहतरी आई है।

दुनिया की अर्थव्यवस्थाएँ सुस्ती में हैं, लेकिन चमक रही है भारतीय अर्थव्यवस्था!

अभी विदेशी निवेशक चीन की जगह भारत में निवेश करना बेहतर मान रहे हैं, क्योंकि फिलहाल, भारत की अर्थव्यवस्था चीन से अधिक मजबूत है।

महंगाई में लगातार आ रही कमी से देश के विकास को मिलेगी गति

महंगाई के कम होने का सकारात्मक परिणाम औद्योगिक उत्पादन पर दिख रहा है। अप्रैल महीने में औद्योगिक उत्पादन 4.2 प्रतिशत रहा है जबकि…

चमकीली होती भारतीय अर्थव्यवस्था

कहा जा सकता है कि भारतीय अर्थव्यवस्था में लगातार सुधार आ रहा है। जीडीपी, निवेश, खपत और महंगाई के ताजा आंकड़े बेहद ही सकारात्मक हैं।

बेहद मजबूत है भारतीय बैंकों का कारोबारी मॉडल, विदेशी बैंकों के डूबने का नहीं होगा कोई असर

भारतीय बैंकों का “कारोबारी मॉडल” दोषपूर्ण नहीं है और इसी वजह से वैश्विक घटनाक्रमों का इस पर कोई प्रतिकूल प्रभाव देखने को नहीं मिला है।