प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में वैश्विक महाशक्ति बनने की ओर अग्रसर भारत
मोदी के नेतृत्व में पिछले आठ वर्षों में भारत ने वो काम भी कर दिखाया जो पूर्ववर्ती सरकारों के लिए असंभव माना जाता था। आज वैश्विक मंच पर भारत की बढ़ती साख…
वास्तविकता से कोसों दूर है वैश्विक भुखमरी सूचकांक
विश्व बैंक और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की हालिया रिपोर्ट भी वैश्विक भुखमरी सूचकांक पर सवाल खड़े कर रही हैं। पिछले दिनों विश्व बैंक के अध्यक्ष ने माना था..
मोदी सरकार की प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण योजना को मिली वैश्विक पहचान
मोदी सरकार की प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण योजना (डीबीटी) एक बार फिर चर्चा में है। विश्व बैंक ने न सिर्फ मोदी सरकार की प्रशंसा की है बल्कि अन्य देशों को इससे सीखने की सलाह दी है।
मोटे अनाज को बढ़ावा देने में जुटी मोदी सरकार
मोटे अनाज ग्लूटेन फ्री होते हैं अतः इनके निर्यात की अच्छी संभावनाएं हैं। सरकार की मोटे अनाजों को बढ़ावा देने की नीति खेती के पूरे परिदृश्य को बदलने की क्षमता रखती है।
मोदी राज में बेनकाब होते शहरी नक्सली
नरेंद्र मोदी की सरकार आने के बाद ऐसे संगठनों व व्यक्तियों की पहचान होने लगी है तथा इनके विदेशी चंदे स्रोतों को नियंत्रित करने के लिए जरूरी कदम उठाए गए हैं।
लॉजिस्टिक लागत घटाने में जुटी मोदी सरकार
मोदी सरकार 2014 से ही देश को विनिर्माण धुरी बनाने की कवायद में जुटी है। इसके तहत पहले रेलवे, सड़क, बिजली, दूरसंचार, नियमों के सरलीकरण पर ध्यान दिया गया।
सेमीकंडक्टर क्रांति की ओर अग्रसर होता भारत
सेमीकंडक्टर निर्माण होने से भारत का इलेक्ट्रॉनिक्स आयात घटेगा और इससे इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादन के लिए नया इको सिस्टम तैयार होगा।
गुलामी के प्रतीकों को मिटाने में जुटी मोदी सरकार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि वे औपनिवेशिक मानसिकता से मुक्त भारत का सपना देख रहे हैं और धीरे-धीरे वह सपना हकीकत में बदल रहा है।
मोदी सरकार के प्रयासों से खत्म हो रहा है नक्सलवाद
पिछले तीन साल में सुरक्षा बलों के 40 नए कैंप खोले गए हैं और 15 खोले जाने हैं। नक्सल प्रभावित इलाकों में मोबाइल टावरों की संख्या बढ़ाई गई है।
नैनो क्रांति से उर्वरक उत्पादन में आएगी आत्मनिर्भरता
2025 तक भारत यूरिया के मामले में आत्मनिर्भर बन जाएगा। अब यह मांग उठने लगी है कि भारत को अब यूरिया आयात के बजाए उसके निर्यात पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।