रमेश कुमार दुबे

सहकारिता क्षेत्र को मजबूती देने की दिशा में बढ़ रही मोदी सरकार

सहकारिता को जन-जन तक पहुंचाने के क्रम में मोदी सरकार प्राथमिक कृषि ऋण समितियों (पैक्स) को 2000 जन औषधि केंद्र खोलने की अनुमति देने के साथ-साथ

ग्लोबल करेंसी बनने की ओर अग्रसर होता भारतीय रुपया

नई विदेश व्यापार नीति (2023) में इस तरह के बदलाव किए गए हैं कि घरेलू मुद्रा में विदेशी व्यापार संभव हो सके। इससे भारतीय रुपया नई छलांग लगाएगा..

क्रांतिकारी साबित होगा खसरा-खतौनी का डिजिटलीकरण

भूमि अभिलेखों का डिजिटलीकरण भूमि के स्वामित्व का मुख्य दस्तावेज होगा जिससे छेड़छाड़ नहीं की जा सकेगी। भूमि रिकॉर्डस की विश्वसनीयता बढ़ने से लोग…

मोदी सरकार द्वारा मोटे अनाजों को प्रोत्साहन से होगा किसानों का भला

हरित क्रांति के दौर में जो मोटे अनाज गरीबों की थाली तक सिमट कर रह गए थे, आज वही मोटे अनाज विदेशी मेहमानों को सोने-चांदी की थाली में परोसे जा रहे हैं।

कांग्रेस की तुष्टिकरण की नीतियों के कारण जमींदार बना वक्‍फ बोर्ड

1995 में कांग्रेस सरकार ने वक्फ कानून में संशोधन करते हुए वक्फ बोर्ड को असीमित शक्तियां दे दीं। परिणामतः स्थिति ये है कि वक्फ कानून के अनुसार यदि वक्फ बोर्ड किसी संपत्ति पर अपना दावा कर दे तो वो वक्फ की संपत्ति मान ली जाएगी।

वित्तीय समावेशन का शानदार उदाहरण बनी प्रधानमंत्री जन-धन योजना

जन-धन योजना के तहत खुले खातों की एक विशेषता यह है कि 56 प्रतिशत खाते महिलाओं के हैं। साथ ही, 67 प्रतिशत बैंक खाते ग्रामीण व कस्बाई क्षेत्रों में खुले हैं।

खेती को फायदे का सौदा बनाने में बड़ी भूमिका निभाएंगे ड्रोन

मोदी सरकार हर स्‍तर पर खेती-किसानी में नवाचार को प्रोत्साहित करने की दिशा में काम कर रही है। इसी के तहत किसान ड्रोन की शुरुआत की गई है।

गीता प्रेस प्रकरण : एक बार फिर बेनकाब हुआ कांग्रेस का हिंदू विरोधी चेहरा!

गीता प्रेस गोरखपुर को 2021 का गांधी शांति पुरस्कार देने की घोषणा के साथ ही कांग्रेस का हिंदू धर्म विरोधी चेहरा एक बार फिर उजागर हो गया।

मुफ्तखोरी की राजनीति में एकदूसरे को पीछे छोड़ने की होड़ में जुटीं कांग्रेस और आप

जो कांग्रेस पार्टी आज मुफ्त बिजली के चुनावी वायदे कर रही है उसके 70 वर्षों के शासन काल में हजारों गांवों में ऐसा थे जहां बिजली का पोल नहीं था।

गांवों की तस्वीर बदलने में कामयाब रही मोदी सरकार

प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी ने गांवों को बिजली, सड़क, पेयजल, शौचालय जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए समयबद्ध कार्यक्रम तय किया।